जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी देवेंद्र सिंह के आतंकी कनेक्शन से राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ गई है. लगातार देवेंद्र सिंह से जुड़ी जानकारी पर टीवी से लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा बढ़ रही है. इस सभी के बीच जम्मू-कश्मीर की पुलिस ने बयान जारी किया है और कहा कि देवेंद्र सिंह को लेकर किसी तरह की कयासबाजी ना की जाए और बिना तथ्यों के बयान ना दिए जाएं. पुलिस ने साफ किया है कि देवेंद्र सिंह को केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से कोई गैलेंट्री अवॉर्ड नहीं मिला है.
जम्मू-कश्मीर की पुलिस ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘देवेंद्र सिंह को गैलेंट्री मेडल मिलने को जो बात सामने आई है वह गलत है, देवेंद्र सिंह को सिर्फ राज्य सरकार के द्वारा 2018 के स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित किया गया था. ये सम्मान अगस्त 2017 में पुलवामा में बतौर डीएसपी एक आतंकी हमले को रोकने के लिए दिया गया था.’
It is to clarify that
Dysp Davinder Singh is not awarded any Gallantry or Meritorious Medal by MHA as has been reported by some media outlets/persons Only gallantry medal awarded to him during his service is by the erstwhile J&K State on Independence Day 2018.
— J&K Police (@JmuKmrPolice) January 14, 2020
गौरतलब है कि देवेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सवाल खड़े किए थे और पुलवामा आतंकी हमले की जांच होनी चाहिए और देवेंद्र सिंह के रोल को देखा जाना चाहिए.
जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से साफ कर दिया गया है कि इस मामले में एक स्पेशल टीम बनाई गई है, जो जांच कर रही है. जो अफसर, आतंकी गिरफ्तार हुए हैं उनकी जांच की जाएगी और पिछले सभी रिकॉर्ड को खंगाला जाएगा.
सूत्रों की मानें तो डीएसपी पैसों के चक्कर में फंसकर आतंकियों के संपर्क में आया और लगातार उनकी मदद कर रह था. श्रीनगर में आर्मी हेडक्वार्टर के पास ही देवेंद्र सिंह अपना एक बड़ा घर बना रहा था. बीते कुछ समय में जब लगातार डीएसपी ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की तो वह आतंकियों के निशाने पर थे. जो घर बनाया जा रहा था, उसकी कीमत 3 करोड़ से अधिक थी.
अभी तक की जांच में सामने आया है कि डीएसपी ने आतंकी नावेद के साथ पैसों की लेन-देन कबूल की है. नावेद पर पिछले काफी दिनों से नजर रखी जा रही थी और फोन कॉल के जरिए ही इस रैकेट का भांडा फूटा है. देवेंद्र सिंह पर पिछले दो दिनों से 24 घंटे नज़र रखी जा रही थी और शनिवार को उसे गिरफ्तार ही कर लिया गया.