आज हिन्दुस्तान की आंखें नम है और इस मौके पर पूरा बॉलीवुड गमगीन भी है. दरिंदगी की शिकार हुई एक बेटी की मौत लोगों के जेहन में एक सन्नाटा पैदा कर गयी है. बॉलीवुड इस मौत से शर्मिंदा है तो उनका गुस्सा भी पूरे ऊबाल पर है. जितना ज्यादा गुस्सा है, दर्द भी उतना ही गहरा है. दर्द ऐसा कि मशहूर अभिनेत्री और सांसद जया बच्चन की आंखे छलक उठी.
वैसे तो जुहू में फिल्मी सितारो की भीड़ जुटी थी गैगरेप पीड़ित को श्रद्धांजलि देने और इंसाफ की आवाज बुलंद करने लेकिन बोलते बोलते जया बच्चन जज्बाती हो गईं और उस दर्द को याद कर बिलख उठीं.
इस मां का दिल उस वक्त भी दहल उठा था जब वारदात के अगले दिन संसद में बहस चल रही थी. पहली बार देश ने देखा कि आमतौर चुप रहने वाली जया इस मुद्दे पर उबल पड़ी थी.
संसद में बोलते हुए भी जया का दिल उस मां के अहसास से बोझिल था, जो अपने कलेजे के टुकड़े को भयंकर पीड़ा झेलते हुए देख रही हो.
पीडित के दुख से जया बच्चन की आंखे छलक उठी लेकिन अंदर जज्बात ज्वालामुखी की तरह उबल रहे थे. संसद में अपनी बात कहते हुए जया ने बड़ी मजबूती से वो बात भी रखी. जिस पर बहस तो होती है, हंगामा भी होता है लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं होता. और शनिवार को जया का दिल एक बार फिर जार-जार रो रहा है. वो आहत है उस बच्ची के चले जाने से, वो दुखी है उसके लिए कुछ भी न कर पाने से.
बॉलीवुड की आंखों में आंसू है तो सीने में आक्रोश. वो धीमा आक्रोश कई तरीकों से महिलाओं की सुरक्षा के सवाल को मजबूत कर रहा हैं. मुंबई में मशहूर गीतकार प्रसून जोशी ने अपने गीत के जरिए उस दिलेर बेटी को याद किया, जिसने इस देश को अपने वजूद के लिए लड़ना सिखा दिया.