जेडीयू विधायक सरफराज आलम पर दर्ज हुए छेड़खानी केस में एक नया मोड़ आ गया है. विधायक ने अपने ऊपर दर्ज केस को फर्जी बताते हुए कहा कि ना तो वो शराब पीते हैं और ना ही उस दिन उन्होंने ट्रेन से सफर नहीं किया था.
महिला ने लगाए थे छेड़छाड़ के आरोप
रविवार को एक महिला ने जेडीयू विधायक और पूर्व सांसद तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज आलम पर नई दिल्ली जा रही 12423 डिब्रूगढ़-राजधानी एक्सप्रेस की ए-4 बोगी में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था. महिला और उसके पति इंद्रपाल सिंह बेदी का आरोप था कि वो लोग डिब्रूगढ़-राजधानी एक्सप्रेस से नई दिल्ली जा रहे थे जब उनके सामने वाली बर्थ पर यात्रा कर रहे सरफराज ने नशे की हालत में महिला से दुर्व्यवहार किया था.
बेदी की पत्नी के बयान के आधार पर सरफराज के खिलाफ पटना रेल थाने में आईपीसी की धारा 341, 323, 290, 504 और 354ए के तहत केस दर्ज कर रेल पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी थी. अब सरफराज ने इस मामले पर अपनी सफाई दी है. उनका कहना है कि सारे आरोप झूठे हैं और ये सरकार को बदनाम करने की साजिश है.
सरफराज ने हमसे बातचीत में कहा, 'मैंने तो ट्रेन से सफर ही नहीं किया, मैं इस मामले को जानता ही नहीं हूं. मामले की जांच होने दीजिये दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.' सरफराज ने पूरे घटनाक्रम को नकारते हुए कहा, 'देखिए अगर मैंने सफर किया होगा और हंगामा किया होगा तो ट्रेन में कोई और भी तो होगा जो कंप्लेन करेगा. ट्रेन में टीटी, आरपीएफ भी होते हैं. अगर मैंने ऐसा कुछ भी किया होता तो कोई तो कोई चैन पुलिंग करता. लेकिन ऐसा कुछ हुआ ही नहीं क्योंकि मैं तो ट्रेन में था ही नहीं.'
उन्होंने इस पूरे मामले को साजिश का हिस्सा बताते हुए कहा कि ये सरकार को बदनाम करने की साजिश है और उन्हें इसलिए निशाने पर लिया जा रहा है क्योंकि वो पूर्व सांसद तस्लीमुद्दीन के बेटे हैं. सरफराज ने कहा, 'ये सब नीतीश कुमार की सरकार को बदनाम करने की साजिश है. रही बात शराब पीने की तो मैं शराब पीता ही नहीं, तो मैं नशे में धुत कैसे हो सकता हूं. मैं तस्लीमुद्दीन का बेटा हूं इसलिए विरोधी ऐसी साजिश कर रहे हैं.