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सुंदरी ने कांस्टेबल को जाल में फंसाकर लगाया 70 हजार रुपये का चूना

बिहार में एक पुलिस कांस्टेबल साहब ट्रेन में सवार हुए. वहां उनकी नजरें एक मोहतरमा से मिली और कांस्टेबल साहब क्लीन बोल्ड हो गए. महज एक घंटे के सफर में उस सुंदरी ने कांस्टेबल को ऐसी चपत लगाई कि वो जिंदगी भर इस सफर को नहीं भूलेंगे. दरअसल, उस सुंदरी ने दिल देने का ऐसा स्वांग रचा कि कांस्टेबल साहब उसके जाल में फंसकर 70 हजार रुपये गवा बैठे.

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कांस्टेबल मदन को युवती के जाने के बाद असलियत का पता चला
कांस्टेबल मदन को युवती के जाने के बाद असलियत का पता चला

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बिहार में एक पुलिस कांस्टेबल साहब ट्रेन में सवार हुए. वहां उनकी नजरें एक मोहतरमा से मिली और कांस्टेबल साहब क्लीन बोल्ड हो गए. महज एक घंटे के सफर में उस सुंदरी ने कांस्टेबल को ऐसी चपत लगाई कि वो जिंदगी भर इस सफर को नहीं भूलेंगे. दरअसल, उस सुंदरी ने दिल देने का ऐसा स्वांग रचा कि कांस्टेबल साहब उसके जाल में फंसकर 70 हजार रुपये गवा बैठे.

पुलिस कांस्टेबल को तब होश आया, जब सुंदरी फुर्र हो गई. मामला है बिहार के जहानाबाद में तैनात कांस्टेबल मदन पासवान का है. जो पहले ठंडी आहें भर रहे थे और अब कराह रहे हैं. युवती ने जिस कांस्टेबल को अपना शिकार बनाया, उसका नाम मदन पासवान है.

मदन जहानाबाद अनुमंडल आरक्षी पदाधिकारी के कार्यालय में तैनात है. हुआ कुछ ऐसा कि मदन पासवान नामक कांस्टेबल एक पैसेंजर ट्रेन में सवार होकर गया से जहानाबाद आ रहा था. जिस सीट पर वो बैठा था, उसकी बगल में एक छोटा बच्चा लिए एक सुंदर युवती भी बैठी थी. गया से जहानाबाद तक महज एक घंटे के सफर में सुंदरी ने कांस्टेबल को मीठी-मीठी और चिकनी-चुपड़ी बातों में फंसा लिया.

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उस युवती ने प्यार-मुहब्बत का ऐसा नाटक रचा कि कांस्टेबल का दिल उस पर आ गया. इस बीच दोनों ने एक दूसरे के मोबाइल नंबर का आदान प्रदान किया. बताया जाता है कि जहानाबाद स्टेशन पर उतर कर युवती ने प्रेम की पहली निशानी के रूप में उपहार दिलाने की बात कांस्टेबल से की.

युवती के प्यार में पागल हुए जा रहे कांस्टेबल ने न आव देखा न ताव और उस युवती को लेकर पहुंच गए जहानाबाद की एक ज्वेलरी शॉप पर. उस युवती ने दुकान से 70 हजार रुपये मूल्य की सोने की एक चेन और एक मंगलसूत्र खरीद लिया. जेवर लेने के बाद युवती ने अपना असली रंग दिखा दिया. वह बच्चे को बहाने से लेकर दुकान से निकली और फिर लौटकर नहीं आई.

बेचारे कांस्टेबल साहब इंतजार करते रह गए. लेकिन वो महिला दोबारा उन्हें नजर नहीं आई. अब बेचारे कांस्टेबल साहब पड़ गए फेर में. उसके पास दुकानदार को देने के लिए पर्याप्त रुपये भी नहीं थे. लेकिन दुकानदार जेवर के रुपये का भुगतान करने की जिद पर अड़ गया और कांस्टेबल को वहां से जाने नहीं दिया.

देखते ही देखते वहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लग गई. लोग उस आरक्षी को लेकर नगर थाने पहुंच गए. कांस्टेबल लगातार जालसाज महिला को उसके मोबाइल फोन पर नंबर मिलाता रहा, लेकिन फोन को न लगना था, न लगा. अब भुक्तभोगी कांस्टेबल के मुताबिक महिला ने अपना नाम प्रीति रानी और पता राजाबाजार, जहानाबाद बताया था.

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