गणतंत्र दिवस के जश्न के दौरान दिल्ली-एनसीआर में आतंकी खलल डाल सकते हैं. खुफिया एजेंसियों के अनुसार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हमले की फिराक में हैं. पूरे दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा व्यवस्था कड़े रखने के निर्देश दिए गए हैं.
अलर्ट के मुताबिक, आतंकियों के निशाने पर दिल्ली-एनसीआर के मॉल, अस्पताल, स्कूल, कॉलेज और सैन्य ठिकाने हैं. हाल ही में गिरफ्तार हुए 14 आतंकियों के बाद भी बड़ी संख्या में आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. इसमें ISIS और IM भी शामिल है.
इसी बीच गणतंत्र दिवस के जश्न में खलल डालने की आतंकियों की साजिश को मटियामेट करने का इंतजाम भी पूरा हो चुका है. दिल्ली में सुरक्षा पूरी तरह चाक चौबंद कर दी गई है. दिल्ली एक किले में तब्दील कर दी गई है. यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता है.
हैं तैयार हम
- दिल्ली में 1 लाख 23 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है.
- 40 हजार अर्धसैनिक बलों को सुरक्षा में लगाया गया है.
- दिल्ली पुलिस के 83 हजार जवान हर हरकत पर नजर रखेंगे.
- आईटीबीपी, दिल्ली पुलिस, सेना के डॉग स्क्वॉयड भी मौजूद रहेंगे.
- 1000 शार्प शूटर सुरक्षा के मोर्चे पर डटे रहेंगे.
- परेड रूट पर 15 हजार सीसीटीवी कैमरे से निगाह रखी जाएगी.
- दिल्ली पुलिस की SWAT टीम की तैनाती होगी.
- ईगल कमांडों की भी मदद ली जा रही है.
- पहली बार एलएमजी का इस्तेमाल होगा. 2 किमी तक हमला करने में सक्षम.
यहां है ज्यादा खतरा
- राजपथ
- राष्ट्रपति भवन
- संसद भवन
- मंत्रालय
- दिल्ली मेट्रो
- रेलवे स्टेशन
- एयरपोर्ट