नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने वॉट्सएप ग्रुप पर अपने सीनियर्स के बारे में अश्लील टिप्पणी करने वाले 34 पायलटों की शिकायत दिल्ली पुलिस से की है. इनमें चार विमानन कंपनियों के पायलट शामिल हैं. इस शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने पायलटों को बुलाकर उनसे पूछताछ भी की. इन पायलटों से लोधी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में पूछताछ की गई.
वहीं एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि डीजीसीए की शिकायत पर पायलटों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. डीजीसीए ने इन पायलटों को पेश होने को कहा था, जिसकी वजह से ये पायलट राजधानी आए थे. डीजीसीए के संयुक्त महानिदेशक ने पायलटों द्वारा उन्हें लिखे पत्र में उनके पद का सही उल्लेख न करने के लिए आपत्ति जताई थी.
सूत्रों ने कहा कि डीजीसीए के अधिकारी ने कुछ पायलटों को उड़ान ड्यूटी से हटा दिया है और एयरलाइन को उनकी मानसिक जांच कराने को भी कहा है क्योंकि वे कोई पद भी ठीक से नहीं लिख पाते हैं.
सूत्रों ने बताया कि ऐसा लगता है कि पायलटों की नोटिस अवधि को एक साल बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव का विरोध करते हुए विमानन नियामक को भेजे गए पत्र में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारी का पद गलत लिखा जाना उल्टा पड़ गया है. इसको लेकर उनके खिलाफ मनमानी नियामक कार्रवाई की गई है.
एयरलाइन के घरेलू पायलट संगठन नेशनल एविएटर गिल्ड (एनएजी) ने इस कार्रवाई को धमकी भरा करार दिया है और कहा है कि अन्य पायलट संगठन के मिलकर वह अधिकारी को हटाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय से संपर्क करेगा.