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झारखंड मॉब लिंचिंग केस में अब तक 11 आरोपी गिरफ्तार

झारखंड में मुस्लिम युवक के साथ हुई मॉब लिंचिंग की घटना में पुलिसिया कार्रवाई जारी है. सरायकेला-खरसावां पुलिस ने सोमवार देर रात छह और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सत्यनारायण नायक, सोनाराम महलिया, चामु नायक, मदन नायक, महेश महाली और सुमंत महतो शामिल हैं. अब तक इस मामले में 11 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

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झारखंड में मुस्लिम युवक के साथ हुई मॉब लिंचिंग की घटना में पुलिसिया कार्रवाई जारी है. सरायकेला-खरसावां पुलिस ने सोमवार देर रात छह और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सत्यनारायण नायक, सोनाराम महलिया, चामु नायक, मदन नायक, महेश महाली और सुमंत महतो शामिल हैं. अब तक इस मामले में 11 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

झारखंड में मुस्लिम युवक को पीट पीटकर मार डालने के मामले दो पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया गया है. एक सब इंस्पेक्टर और एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर को ड्यूटी में लापरवाही के मामले में निलंबित कर दिया गया है. अभी तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामले को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री नाराज बताए जा रहे हैं. सरायकेला के पुलिस अधीक्षक इस मामले की खुद निगरानी कर रहे हैं और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो.

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मामले में सबसे पहले गिरफ्तारी मुख्य आरोपी पप्पू मंडल की हुई. उससे पूछताछ के आधार पर अन्य गिरफ्तारियां हुई हैं. 22 वर्षीय युवक तबरेज अंसारी की रविवार को अस्पताल में मौत हो गई. उन्हें बाइक चुराने के शक में भीड़ ने सरायकेला के धतकिडीह गांव में बुरी तरह पीटा था. पुलिस के मुताबिक, चोरी की एक मोटरसाइकिल और कुछ अन्य सामान उनके पास से बरामद हुए हैं.

यह घटना तब प्रकाश में आई जब एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दिख रहा है कि मंडल, अंसारी को पेड़ से बांधकर पीट रहा है. अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन ने सरायकेला पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने कहा कि बीती सोमवार को अंसारी जमशेदपुर से बाइक से लौट रहे थे जब रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। उन्हें पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा गया और 'जय श्री राम' बोलने के लिए बाध्य किया गया.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अंसारी ने पहले अपना नाम 'सोनू' बताकर खुद को बचाने की कोशिश की. लेकिन, उन्हें असली नाम बताने के लिए बाध्य किया गया और फिर भीड़ ने उनसे 'जय श्री राम' बोलने के लिए कहा. पीटने के बाद भीड़ ने अंसारी को पुलिस को सौंप दिया जो उन्हें चौकी पर ले गई. उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां रविवार को उनकी मौत हो गई. अंसारी की पत्नी ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके पति का समय पर इलाज नहीं कराया गया.

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