झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में मंगलवार को उपमुखिया समेत सात ग्रामीणों की हत्या कर दी गई. पुलिस ने घंटों मशक्कत करने के बाद बुधवार को सभी का शव पोड़ाहाट जंगल से बरामद किया. हत्या का आरोप पत्थलगड़ी समर्थकों पर है. घटना दो दिन पहले की है लेकिन बुधवार को शवों की बरामदगी हुई. जिस इलाके में खून-खराबा हुआ, वह घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आता है.
दरअसल, पत्थलगड़ी को लेकर गांव के दी गुटों में विवाद चल रहा था. पत्थलगड़ी समर्थकों ने विरोधियों पर मारपीट और घर में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है. मारपीट के बाद गांव में दोनों गुटों की बैठक हुई थी. आरोप के मुताबिक, विवाद बढ़ने के बाद समर्थकों ने घटना को अंजाम दिया.
इस दर्दनाक वारदात पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भी बयान आया है. सोरेन ने बुधवार को कहा कि सरकार मामले की छानबीन कर रही है. सरकार किसी को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं देती. घटना के बारे में कई अफवाहें उड़ाई जा रही हैं लेकिन सरकार दोषियों को नहीं बख्शेगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें, रविवार को बुरुगुलीकेरा गांव में पत्थलगड़ी समर्थकों ने एक बैठक की थी. आरोपों के मुताबिक, बैठक में किसी बात को लेकर विवाद हो गया और पत्थलगड़ी समर्थकों ने उपमुखिया जेम्स बूढ़ और छह अन्य लोगों को पीटना शुरू कर दिया. जेम्स बूढ़ और अन्य लोगों को अगवा किए जाने का भी आरोप लगा है. बाद में मंगलवार को पुलिस को जेम्स बूढ़ और छह अन्य लोगों के शव जंगल में फेंके जाने की सूचना मिली.
बीजेपी ने बनाई समिति
उधर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इस घटना पर विरोध जताया है और सांसदों की एक टीम सिंहभूम भेजने का ऐलान किया है. छह सांसदों की एक कमेटी बनाई गई है जो सिंहभूम जाकर मामले की जानकारी लेगी और रिपोर्ट सौंपेगी. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक प्रेस रिलीज में कहा, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के बुरुगुलीकेरा गांव के सात लोगों के अपहरण और हत्या पर दुख जताया है और इस घटना की निंदा की है.
Jharkhand Chief Minister Hemant Soren on murder of 7 people in Chaibasa: We are conducting a meeting on the issue. The government doesn't give the right to anyone to take law in their hands. Lots of rumours are being spread but govt will take strict and unbiased action. pic.twitter.com/1STBjt4Mlm
— ANI (@ANI) January 22, 2020
इस घटना की जांच के लिए छह सदस्यों की एक समिति बनाई गई है जो घटनास्थल का दौरा करेगी और एक हफ्ते के अंदर पार्टी अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेगी. इस समिति में गुजरात से सांसद जसवंत सिंह भाभोर, झारखंड से समीर उरांव, महाराष्ट्र से भारती पवार, बंगाल से जोन बार्ला और झारखंड से ही नीलकंठ मुंडा शामिल हैं.