कश्मीर घाटी के पुलवामा जिले में सोमवार की शाम एक गांव में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के प्रमुख मौलाना मसूद अज़हर के भांजे अबू तल्हा रशीद को सेना ने एक मुठभेड़ में मार गिराया. सूत्रों के मुताबिक तलाह रशीद के बारे में सुरक्षा बलों को तब तक कोई जानकारी नहीं थी, जब तक जैश के प्रवक्ता हसन शाह ने इस बात की पुष्टी नहीं की.
दरअसल, कुछ न्यूज़ एजेंसियों ने इस बात का खुलासा किया कि सुरक्षा बलों के हाथों मारे गए जैश के तीन आतंकियों में से एक भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी मौलाना मसूद अज़हर का भांजा अबू तल्हा रशीद था.
सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो मौलाना अबू तल्हा रशीद ने इसी साल अप्रैल मई के महीने में जैश के एक बड़े ग्रुप के साथ कश्मीर में पुंछ के रास्ते घुसपैठ की थी. वह पुंछ से शोपियां पहुंचा और जैश के ग्रुप से जुड़े अन्य लोगों के साथ जंगल में छुपा रहा.
कश्मीर में पहली बार बरामद की गई हॉवे अमेरिकी M8 राइफल भी वही ग्रुप अपने साथ लाया था. इस ग्रुप में तीन फिदायीन दस्ते भी थे. जिन में से दो फिदायीन दस्ते पुलवामा और श्रीनगर के हमलों में मारे गए जबकि एक फिदायीन दस्ता अभी भी शोपियां के पास ही छुपा हुआ है. यह ग्रुप रशीद के मारे जाने के बाद उसकी मौत का बदला लेने के लिए कोई बड़ा आतंकी हमला अंजाम दे सकता है.
कौन था अबू तल्हा रशीद
भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी मौलाना मसूद अज़हर का भांजा होने के साथ-साथ अबू तल्हा रशीद एक कट्टर जेहादी बन गया था. उसने पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित जैश के मरकज़ में इस्लामी पढ़ाई की. और फिर कुछ वक्त तक धार्मिक शिक्षा लेने वाले पाकिस्तानी छात्रों को वहां पढ़ाया भी. इसी बीच वह जेहाद को लेकर अपने मामा मौलाना मसूद अज़हर की राह पर चल पड़ा. इसी साल वो कश्मीर में जिहाद के लिए निकल पड़ा. इसी के चलते सोमवार की शाम वह सेना के साथ एक मुठभेड़ में मारा गया.
यह पहला मौका नहीं है, जब पाकिस्तान से आए जिहादी कमाण्डर का कोई करीबी रिश्तेदार कश्मीर में मारा गया हो. इससे पहले कश्मीर में लश्कर कमांडर लख्वी के दो भतीजे और हाफिज सईद का भी एक भांजा मुठभेड़ में मारा जा चुका है. यहां तक की पाकिस्तान के स्टार क्रिकेटर शहीद अफरीदी का सगा भतीजा भी कश्मीर में जिहाद के लिए आया था, जो 2001 में सेना के हाथों एक मुठभेड़ में मारा गया था.