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शुजात बुखारी के तीनों हत्यारों की हुई पहचान, एक हत्यारा पाकिस्तानी निकला

कश्मीर के मशहूर पत्रकार शुजात बुखारी के हत्यारों की पहचान कर ली गई है. एक हत्यारा पाकिस्तानी है, जिसका नाम नावीद जट्ट है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक बुखारी की हत्या में शामिल नावीद जट्ट पाकिस्तानी है. यह हत्यारा खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा से भी जुड़ा है.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

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कश्मीर के मशहूर पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या के पीछे पाकिस्तान के हाथ होने की बात सामने आई है. शुजात बुखारी के हत्यारों की पहचान कर ली गई है, जिनमें से एक हत्यारा पाकिस्तानी है, जिसका नाम नावीद जट्ट है.

जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक बुखारी की हत्या में शामिल नावीद जट्ट पाकिस्तानी है. यह हत्यारा खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा से भी जुड़ा है. इसके अलावा बाकी दो हमलावर दक्षिण कश्मीर के रहने वाले बताए जा रहे हैं.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक शुजात बुखारी हत्याकांड केस की गुत्थी को सुलझा लिया गया है. सभी हत्यारों की पहचान भी कर ली गई है. उन्होंने बताया कि बुखारी की हत्या में शामिल आतंकी नावीद जट्ट पाकिस्तानी है. वह इस साल छह फरवरी को श्रीनगर के एक अस्पताल से पुलिस हिरासत से भाग निकला था.

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सूत्रों के मुताबिक शुजात बुखारी की हत्या को पूरी योजना बनाकर अंजाम दिया गया. हत्या के पहले उनकी रेकी की गई थी. जम्मू-कश्मीर पुलिस जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके हत्या की पूरी साजिश का खुलासा करेगी.

इससे पहले पुलिस ने एक स्थानीय नागरिक को गिरफ्तार किया था, जो बुखारी के गार्ड की पिस्तौल और पत्रकार के दो मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया था. सूत्र के मुताबिक वह नशे का आदी बताया जा रहा है. मामले में पुलिस ने एक ब्लॉगर की भी पहचान की है, जिसने बुखारी के खिलाफ पोस्ट डाले थे. सूत्र की माने तो यह ब्लॉगर एक कश्मीरी है और फिलहाल पाकिस्तान में है और वहां से ब्लॉग चला रहा है.

मालूम हो कि 14 जून को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शुजात बुखारी और उनके सुरक्षा कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जब वो प्रेस कॉलोनी स्थ‍ित अपने दफ्तर से एक इफ्तार पार्टी में शामिल होने जा रहे थे, तभी हमलावरों ने उन पर गोलियों की बरसात कर दी थी.

हत्यारे बाइक पर सवार होकर आए थे, जिसका फुटेज सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया था. हालांकि उनका चेहरा नहीं दिख रहा था, क्योंकि हमलावरों ने हेलमेट पहन रखा था.

हत्या के बाद गिर गई थी मुफ्ती सरकार

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कश्मीर में पत्रकार शुजात बुखारी और सेना के जवान औरंगजेब की हत्या को लेकर जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला था. इसके बाद जम्मू-कश्मीर की महबूबा मुफ्ती सरकार से बीजेपी ने समर्थन वापस ले लिया था और सरकार गिर गई थी. इसके बाद से जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू है.

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