कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस ने दोनों आरोपियों अशफाक और मोइनुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है. सरकार की कार्रवाई पर कमलेश तिवारी की मां कुसुम ने खुशी जाहिर की है.
कुसुम तिवारी ने कहा कि हम आरोपियों की गिरफ्तारी से बहुत खुश हैं. सभी को फांसी दे दी जानी चाहिए. मैं सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट हूं.
कमलेश तिवारी हत्याकांड में फरार दोनों आरोपियों को गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के नाम अशफाक और मोइनुद्दीन हैं. गुजरात राजस्थान बॉर्डर पर श्यामलाजी के पास से इन्हें गिरफ्तार किया गया है.
Kusum Tiwari, mother of #KamleshTiwari on arrest of accused persons in her son's murder case: We are very happy with the arrest of the accused persons, they should all be hanged. I'm satisfied by the government's action. (22.10.19) #Sitapur pic.twitter.com/Xb4kB5XtXE
— ANI UP (@ANINewsUP) October 23, 2019
आरोपियों ने कबूला गुनाह
खुलासा हुआ है कि लखनऊ में कमलेश तिवारी से मिलने दोनों अपना असली नाम बदलकर गए थे. अशफाक जहां रोहित तो वहीं मोइनुद्दीन संजय बनकर कमलेश तिवारी से मुलाकात करने पहुंचा था.
दोनों आरोपियों ने हत्या करने की बात कुबूल कर ली है. आरोपियों का कहना है कि उन्होंने इस वारदात को कमलेश तिवारी के मुहम्मद पैगम्बर को लेकर दिए गए बयान के बाद किया है.
राजस्थान से पहुंचे गुजरात
एटीएस ने कहा कि दोनों उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से नेपाल पहुंचे और वहां से राजस्थान होते हुए गुजरात में प्रवेश कर रहे थे. एटीएस अधिकारियों ने कहा कि शेख मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के रूप में काम करता है, जबकि पठान फूड डिलिवरी ब्यॉय का काम करता है.
हत्या के कारण के बारे में एटीएस ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि उन्होंने तिवारी के आपत्तिजनक बयान के प्रतिशोध में इस अपराध को अंजाम दिया.
डीआईजी हिमांशु शुक्ला के नेतृत्व वाली गुजरात एटीएस टीम ने कहा कि दोनों को परिवार के सदस्यों से पूछताछ और तकनीकी व फिजिकल सर्विलांस के आधार पर पकड़ा गया. दोनों को यूपी पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा.
(IANS और ANI इनपुट के साथ)