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कानपुर शूटआउट: विकास दुबे के संपर्क में थे दारोगा समेत 3 पुलिसवाले, सस्पेंड

कानपुर शूटआउट के आरोपी विकास दुबे के संपर्क में चौबेपुर पुलिस थाने के दो दारोगा और एक सिपाही थे. इनकी कॉल डिटेल से खुलासा हुआ है. एसएसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच शुरू हो गई है.

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आरोपी विकास दुबे के घर पर तैनात पुलिस (फोटो-PTI)
आरोपी विकास दुबे के घर पर तैनात पुलिस (फोटो-PTI)

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  • चौबपुर थाने के दो दारोगा और एक सिपाही सस्पेंड
  • तीन दिन बाद भी विकास दुबे का पता नहीं, तलाश जारी

कानपुर शूटआउट में अहम खुलासा हुआ है. बदमाश विकास दुबे के संपर्क में चौबेपुर पुलिस थाने के दो दारोगा और एक सिपाही थे. इनकी कॉल डिटेल से खुलासा हुआ है. इसके बाद दारोगा कुंवर पाल और कृष्ण कुमार शर्मा समेत सिपाही राजीव को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच शुरू हो गई है.

गौरतलब है कि कल यानी रविवार को विकास दुबे का करीबी दयाशंकर अग्निहोत्री पकड़ा गया था. उसने कबूल किया था कि विकास दुबे ने ही पुलिसवालों पर गोली चलाई थी. दयाशंकर ने बताया था कि रेड की खबर विकास को थाने से पता चली थी, जिसके बाद विकास ने 25-30 लोगों को बुलाया था. यह सभी लोग हथियारों से लैस थे.

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करीबी के खुलासे के बाद खंगाले गए कॉल डिटेल

इस खुलासे के बाद पुलिस ने उन पुलिसकर्मियों की तलाश शुरू कर दी थी, जो विकास दुबे के संपर्क में थे. चौबेपुर पुलिस थाने के सभी पुलिसकर्मियों के कॉल डिटेल खंगाले गए. कॉल डिटेल खंगालने के दौरान खुलासा हुआ कि चौबपुर के तीन पुलिसकर्मी विकास दुबे के संपर्क में थे.

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इसके बाद एसएसपी ने आरोपी दारोगा कुंवर पाल और कृष्ण कुमार शर्मा के साथ कॉन्स्टेबल राजीव को सस्पेंड कर दिया है और इन तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है. इस शूटआउट के बाद से ही चौबेपुर थाने के पुलिसकर्मियों की विकास दुबे से मिलीभगत की जानकारी सामने आई थी.

अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर विकास

8 पुलिसवालों की जान लेने वाले विकास दुबे की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. विकास दुबे की संपत्ति और बैंक खातों पर भी पुलिस की नजर बनी हुई है. इस बीच तीन दिन बाद भी विकास का कोई सुराग नहीं मिला है. मोस्ट वांडेट विकास दुबे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

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क्या है पूरा मामला

बीते गुरुवार की रात को कानपुर देहात के बिकरू गांव में विकास दुबे के घर पर पुलिस टीम छापेमारी करने गई थी. इस टीम की अगुवाई क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा कर रहे थे. जैसे ही टीम विकास दुबे के घर के बाहर पहुंची, वहां जेसीबी मशीन खड़ी थी. इस वजह से पुलिस टीम को घर से कुछ दूर पहले अपनी गाड़ी को छोड़ना पड़ा.

जैसे ही पुलिस टीम गाड़ी से उतरकर विकास दुबे के घर की ओर बढ़ी, पहले से घात लगाए बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, तब तक कई घायल हो चुके थे. इस शूटआउट में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इस घटना के बाद से विकास दुबे फरार है.

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