कानपुर शूटआउट के बाद से कार्रवाई का दौर जारी है. एनकाउंटर की घटना के बाद चौबेपुर थाना शक के घेरे में है. कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने अब थाने के स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की है. थाने के सभी 68 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है. इसके अलावा कानपुर में 122 पुलिसकर्मियों के तबादले कर दिए गए हैं.
बता दें कि कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा था कि इस पूरी घटना को लेकर पूरा चौबेपुर थाना शक के घेरे में है. कितने पुलिसकर्मियों ने विकास दुबे से बात की, इस मामले की जांच चल रही है.
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मोहित अग्रवाल ने कहा कि अगर किसी पुलिसकर्मी की भूमिका सामने आई तो उसे किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, उन पर पुलिसकर्मियों की हत्या करने के आरोप में कार्रवाई की जाएगी, 307 का मुक़दमा दर्ज़ किया जाएगा और बर्खास्त भी होंगे. फिलहाल एसएसपी ने थाने के स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई कर दी है.
इससे पहले कानपुर में पुलिस लाईन से 10 पुलिसकर्मियों को चौबेपुर थाने स्थानान्तरित किया गया था. गैंगस्टर विकास दुबे से मुखबिरी के शक में चौबेपुर के पुलिसकर्मियों से पूछताछ भी हो चुकी है.
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4 IPS अधिकारियों का तबादला
कानपुर गोलीकांड में सवालों के घेरे में आए आईपीएस अनंत देव का तबादला कर दिया गया है. उन्हें एसटीएफ से हटाकर पीएसी में भेजा गया है. इसी के साथ मंगलवार शाम यूपी में चार आईपीएस के तबादले किए गए. कानपुर में बिल्लौर के शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र के मोबाइल में मिली रिकॉर्डिंग में पता चला है कि उन्होंने चौबेपुर के दरोगा विनय तिवारी की शिकायत एसएसपी अनंत देव से की थी. इसके बावजूद एसएसपी अनंत देव ने कोई एक्शन नहीं लिया.
फरीदाबाद में छापेमरी
वहीं, विकास दुबे की तलाश में पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है. इसी कड़ी में फरीदाबाद पुलिस ने आज एक होटल में छापेमारी की. फरीदाबाद पुलिस को एक होटल में विकास दुबे के छुपे होने का इनपुट मिला, जिसके बाद वहां पर छापेमारी की गई. वहां विकास दुबे नहीं मिला. मगर फरीदाबाद पुलिस ने विकास दुबे के एक साथी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को आशंका है कि वहां विकास दुबे भी मौजूद था.