कारगिल युद्ध में शामिल रहे सेना के जवान से बदसलूकी और मारपीट करने का मामला सामने आया है. रिटायर्ड जवान का आरोप है कि समाजवादी पार्टी के एक नेता को सैल्यूट नहीं करने पर उनके साथ मारपीट की गई. सपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पुलिस ने भी उनके साथ बदसलूकी की.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, मामला यूपी के कानपुर का है. जहां एक निजी स्टोर में सुरक्षा गार्ड की नौकरी कर रहे कारगिल युद्ध में शामिल रहे जवान गणेश कुमार शुक्ला से एसपी नेता के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की. रिटायर्ड जवान गणेश कुमार शुक्ला का आरोप है कि सपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेता सी.के. त्रिपाठी को सैल्यूट करने के लिए कहा था.
जिसके जवाब में गणेश कुमार शुक्ला ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह सिर्फ तिरंगे को या फिर राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत सदस्यों को ही सैल्यूट करते हैं. जिसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की. गणेश कुमार ने बताया कि मारपीट करने के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने उनके ऊपर जूते रख दिए.
पीड़ित के खिलाफ ही दर्ज कर दी FIR
गणेश के मुताबिक जब वह मारपीट और बदसलूकी की शिकायत दर्ज करवाने पुलिस स्टेशन पहुंचे तो उनको वहां भी प्रताड़ित किया गया. इतना ही नहीं, पुलिस ने इसके उलट गणेश के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर दी. मामले की जानकारी मिलते ही महर रेजीमेंट के कर्नल अनिल कौल ने कहा कि सैनिक को इंसाफ मिलना चाहिए.
गणेश ने 22 साल की देश की सेवा
कर्नल अनिल कौल ने पूरे मामले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि भारत में सेना के जवानों के साथ ऐसी घटना ठीक नहीं है. ऐसी घटनाओं से अपराधियों को बल मिलेगा और सैनिकों के खिलाफ अपराध में बढ़ोत्तरी होगी. गौरतलब है कि गणेश कुमार शुक्ला सेना की महर रेजीमेंट में गैर कमीशन प्राप्त अधिकारी थे. उन्होंने 22 साल देश की सेवा की.
पीएम और सीएम से मांगा इंसाफ
फिलहाल गणेश कुमार शुक्ला ने एक वीडियो के जरिए इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पूरे मामले में सहयोग की अपील की है. उन्होंने वीडियो में पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से अपील करते हुए कहा, 'उनके साथ हुए अन्याय और अपमान को वो सहन नहीं कर पाएंगे. इस लड़ाई में मेरी मदद करिए.'