उत्तर प्रदेश के कासगंज में भड़की सांप्रदायिक हिंसा की भेंट चढ़े युवक चंदन गुप्ता के परिवार वालों ने योगी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. उनकी मांग है कि योगी सरकार उनके बेटे को शहीद का दर्जा प्रदान करे. प्रदर्शनकारियों में चंदन की मां भी शामिल रहीं.
चंदन की मां ने रोते-रोते आजतक से खास बातचीत में कहा कि योगी सरकार ने उनके बेटे की मौत के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और उनके बेटे को शहीद घोषित किया जाना चाहिए.
चंदन की मां ने कहा, "मेरा बेटा कहता था कि एक दिन उससे मिलने खुद योगी जी आएंगे , लेकिन उसकी मौत के बाद उससे कोई भी मिलने नहीं आया है. योगी सरकार ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. जिन लोगों ने मेरे बेटे की हत्या की है, उन लोगों को भी मौत की सजा दी जानी चाहिेए."
विरोध प्रदर्शन के दौरान 'योगी मुर्दाबाद' के नारे भी लगाए गए. गौरतलब है कि शनिवार को परिवार वालों ने शहीद घोषित किए जाने की मांग करते हुए चंदन का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था. लेकिन CM द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया. हालांकि इसके बाद भी कासगंज में हिंसा थमी नहीं और माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है.
तीन दिन से हिंसा की आग में झुलस रहा उत्तर प्रदेश का कासगंज छावनी में तब्दील हो चुका है. कासगंज में दो दिन से कर्फ्यू लगा हुआ है और बीती रात से इंटरनेट सेवाएं भी बंद हैं. बावजूद इसके रविवार को फिर से उपद्रवियों ने तोड़फोड़, आगजनी और लूटपाट की वारदातों को अंजाम दिया. अब पुलिस ने भी खास इंतजाम करते हुए उपद्रवियों और अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का उपयोग कर रही है.
इस बीच उत्तर प्रदेश के DGP ने कहा है कि कासगंज के हालात नियंत्रण में हैं और पिछले कुछ घंटों से हिंसा की कोई वारदात नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि अब तक 60 से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. वहीं आजतक से एक्सक्लूसिव बात करते हुए कासगंज हिंसा पर SP सुनील सिंह ने हिंसा की वारदातों के पीछे राजनीतिक साजिश की आशंका जाहिर की है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने वाले तत्वों के बारे में भी अहम खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा निकाल रहे लोगों ने एक खास जगह पहुंचकर कुछ भड़काऊ नारेबाजी की, जिसके चलते झगड़ा शुरू हुआ और हिंसा भड़क उठी.