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कर्ज चुकाने के लिए किडनैपर बन गया इंजीनियर, पत्नी-बेटी के साथ मिलकर 6 साल की बच्ची का किया अपहरण

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, अपहरण की योजना को अंजाम देने के प्रयासों के तहत आरोपी ने अपनी कार के लिए दो फर्जी नंबर प्लेटें बनाईं. पुलिस को संदेह है कि अपहरण के पीछे अनिता कुमारी का दिमाग था. एडीजीपी ने यह भी कहा कि आरोपी ने पहले भी दो बार बच्ची का अपहरण करने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो सका क्योंकि उस मौके पर उसकी मां और दादी भी उसके साथ थीं. 

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केरल में कर्ज चुकाने के लिए एक इंजीनियर पत्नी और बेटी संग किडनैपर बन गया. (फोटो: X/@KeralaPolice)
केरल में कर्ज चुकाने के लिए एक इंजीनियर पत्नी और बेटी संग किडनैपर बन गया. (फोटो: X/@KeralaPolice)

केरल पुलिस ने भारी कर्ज में डूबे इंजीनियर से व्यवसायी बने एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और उनकी यूट्यूबर बेटी को  शनिवार को 10 लाख रुपये की फिरौती के लिए छह वर्षीय लड़की का अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया. इस घटना के चर्चा में आने के बाद अपहृत बच्चे को बाद में कोल्लम के एक सार्वजनिक मैदान में छोड़ दिया गया.

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पुलिस ने कहा कि आरोपी पद्मकुमार (52), उनकी पत्नी अनीता कुमारी (45), और उनकी बेटी अनुपमा पद्मन (20), जो यूट्यूब पर पर्याप्त फॉलोअर्स का दावा करती हैं, को वैज्ञानिक, डिजिटल और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर हिरासत में लिया गया. अपहृत लड़की से मिले इनपुट के आधार पर बनाए गए पद्मकुमार के स्केच की मदद से पुलिस ने आरोपी का सफलतापूर्वक पता लगा लिया.

अपहरण के पीछे का मकसद कथित तौर पर परिवार की गंभीर वित्तीय समस्याएं थीं. एडीजीपी एमआर अजितकुमार ने कहा कि फिरौती के लिए बातचीत के दौरान एक आरोपी की आवाज को स्थानीय लोगों ने पहचान लिया. उनसे मिली जानकारी ने आरोपी की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. अपहरण सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध तरीके से किया गया. आरोपी पिछले एक साल से इसकी योजना बना रहा था और उपयुक्त बच्चे की तलाश कर रहा था.

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कंप्यूटर साइंस इंजीनियर बना किडनैपर

पेशे से एक कंप्यूटर साइंस इंजीनियर, पद्मकुमार स्थानीय केबल टीवी नेटवर्क चलाने सहित कई व्यवसायों में लगे हुए थे, लेकिन कहा जाता है कि वह कोविड के बाद गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहे थे. अधिकारी ने कहा, 'आरोपी के अनुसार, उस पर 5 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था. उसे 10 लाख रुपये की तत्काल जरूरत थी, जिसके कारण परिवार ने अपराध को अंजाम दिया. आरोपी ने दावा किया कि वह अन्य लोगों की कहानियों से प्रभावित था, जिन्होंने इसी तरह के अपराधों के माध्यम से आसानी से पैसा कमाया था. 

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, अपहरण की योजना को अंजाम देने के प्रयासों के तहत आरोपी ने अपनी कार के लिए दो फर्जी नंबर प्लेटें बनाईं. पुलिस को संदेह है कि अपहरण के पीछे अनिता कुमारी का दिमाग था. एडीजीपी ने यह भी कहा कि आरोपी ने पहले भी दो बार बच्ची का अपहरण करने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो सका क्योंकि उस मौके पर उसकी मां और दादी भी उसके साथ थीं. 
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 20 वर्षीय अनुपमा की सोशल मीडिया के जरिए अच्छी कमाई होती थी, लेकिन कुछ समय पहले तकनीकी कारणों से यह अचानक बंद हो गई, जिससे परिवार को पैसों के लिए किसी अन्य आसान तरीके के बारे में सोचने पर मजबूर होना पड़ा.

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पिनाराई विजयन ने पुलिस की प्रशंसा की

बड़े भाई के साथ ट्यूशन से घर जाते समय अगवा की गई छह साल की बच्ची अगले दिन लावारिस हालत में मिली. इससे पहले, पलक्कड़ में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पुष्टि की कि जांच ने महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है. विजयन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मुख्य आरोपी पुलिस हिरासत में हैं. पुलिस आगे की जानकारी देगी.' उन्होंने आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस बल की भूरि-भूरि प्रशंसा की. मुख्यमंत्री ने कहा, 'मामले में पुलिस द्वारा उल्लेखनीय जांच की गई जिससे कम समय में ही आरोपी को हिरासत में लेने में मदद मिली.' विजयन ने घटना की जांच के संबंध में पुलिस की आलोचना करने के लिए विपक्षी कांग्रेस की भी आलोचना की.

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