खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू ने पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. मिंटू के खुलासे से एक बार फिर पाकिस्तान की पोल खुलती नजर आ रही है. मिंटू ने पूछताछ में बताया कि वह नाभा जेल से तकरीबन हर रोज मोबाइल से पाकिस्तान बात किया करता था.
मिंटू के इस खुलासे के बाद देश की खुफिया व सुरक्षा एजेंसियां सकते में आ गई हैं. मिंटू ने बताया कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के भी संपर्क में था. नाभा जेल से भागने के बाद वह खालिस्तान की मांग के लिए खालिस्तान लिबरेशन फोर्स को एक बार फिर से खड़ा करना चाहता था. मिंटू की माने तो इसके लिए उसे पाकिस्तान से लगातार निर्देश मिल रहे थे. मिंटू जल्द ही पाकिस्तान जाने वाला था. मिंटू ने बताया कि वह पहले भी पाकिस्तान जा चुका है और इस बार वह पाकिस्तान से केएलएफ की शुरुआत करने वाला था.
मिंटू से पूछताछ कर रहे पुलिस की विशेष शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मिंटू पाकिस्तान में बैठे केएलएफ के सदस्य हरमिंदर सिंफ उर्फ हैप्पी से फोन पर बातें करता था. मिंटू ने बताया कि इस वक्त हैप्पी पाकिस्तान के लाहौर में है और वह आईएसआई के संपर्क में है. हरमिंदर का खुलासा दिल्ली पुलिस के डिसक्लोजर में लिखित रूप से सामने आ गया है. नाभा जेल के अधिकारी अब सवालों के घेरे में हैं कि आखिर मिंटू जेल में मोबाइल फोन का प्रयोग कैसे कर रहा था.
हरमिंदर ने पुलिस को बताया कि दिल्ली व मुंबई होकर वह गोवा में अपने बड़े भाई के पास जाने वाला था. उसका भाई गोवा में बिल्डर है. उसने बताया कि भाई की मदद से वह पहले नेपाल जाता और फिर वहां से मलेशिया होते हुए जर्मनी भागने की फिराक में था. मिंटू ने आगे बताया, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के बांग्लादेशी सदस्य ने उसे थाईलैंड में चार दिन की आतंकी ट्रेनिंग दी थी. इस ट्रेनिंग में उसे बम बनाना, हथियार चलाना और विस्फोटक के बारे में बताया गया था.