झारखंड के खूंटी जिले में एक महीने पहले पांच महिलाओं के साथ हुए गैंगरेप का मास्टरमाइंड रविवार को पश्चिम सिंघभूम जिले से गिरफ्तार कर लिया गया. मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता फैलाने का काम करने वाली पांच महिलाओं को 21 जून को कोचांग गांव में बंधक बनाकर उनके साथ गैंगरेप किया गया था.
पुलिस महानिरीक्षक नवीन कुमार ने खूटी में बताया कि मास्टरमाइंड जुनस तुडू को बलराम समद के साथ चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया. जुनस ने पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के नक्सलियों को अपराध करने के लिए उकसाया था. 21 जून को महिलाओं के साथ गैंगरेप के बाद से आरोपी फरार था.
इस मामले में पुलिस पीएलएफआई सदस्य और मुख्य आरोपी बाजी समद उर्फ टकला, रोमन कैथोलिक चर्च के पादरी अल्फोंस ऐयाद सहित दो अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपी बलराम समद ने कबूल किया है कि उसने और अन्य लोगों ने जुनस और बलराम के कहने पर महिलाओं के साथ गैंगरेप किया था.
बताते चलें कि गैंगरेप की इस वारदात के बाद से कोचांग गांव में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी. गांववालों और पुलिस के बीच झड़क की कई घटनाएं सामने आई थी. इनकी वजह से हुई भगदड़ में कुछ ग्रामीणों की मौत भी हो गई थी. ग्रामीणों ने बीजेपी सांसद करिया मुंडा के घर पर हमला कर उनके तीन सुरक्षा गार्डों को अगवा कर लिया था.
पुलिस ने इस घटना के सामने आने के बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर सख्ती की थी. पुलिस ने इस दौरान आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया और साठ लोगों को हिरासत में ले लिया था. इस घटना के बाद मौके से अन्य ग्रामीण भाग निकले और भगदड़ में एक युवक की मौत भी हो गई थी. यह घटना देश भर में सुर्खियों में रही थी.