गुरुग्राम पुलिस ने एक कत्ल के मास्टरमाइंड और शातिर अपराधी को धर दबोचा है. पुलिस को 7 साल से इस अपराधी की तलाश थी लेकिन ये हर बार चकमा देकर निकल जाता था. क्राइम ब्रांच और पुलिस के पहुंच से कई साल तक दूर रहने के बाद भी अब ये अपराधी पुलिस की गिरफ्त में है.
दरअसल, गुरुग्राम पुलिस ने एक सनसनीखेज़ मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 2012 में सोहना के सिलानी गांव मे डॉक्टर महासिंह की हत्या के मामले में जिस आरोपी की स्टेट क्राइम ब्रांच को तलाश थी उसका मास्टरमाइंड 36 वर्षीय धर्मवीर को पुलिस ने दबोच लिया है. पुलिस ने बताया कि धर्मवीर सात सालों से पुलिस की आंखों में धूल झोंकता आ रहा था.
पुलिस की मानें तो अवैध संबंध की वजह से मास्टरमाइंड धर्मवीर ने 25 लाख की सुपारी देकर 38 वर्षीय डॉक्टर को 2012 में गोलियों से भुनवा कर उसकी हत्या कर दी थी. उस वक्त बीएमएस डॉक्टर महासिंह दुकान बंद कर घर जाने की तैयारी में थे, तभी सुपारी किलर्स ने उनपर फायरिंग करने लगे.
पुलिस की गिरफ्त में सात साल बाद आया यह शातिर अपराधी सोनीपत के अहिर माजरा गांव का रहने वाला है. यहां से इसके प्रेम प्रसंग के कहानी की शुरुआत हुई. जहां इसने जेबीटी करने वाली युवती के साथ अवैध संबंधों का सिलसिला शुरू किया और वो युवती की शादी के बाद तक जारी रहा. इस अवैध संबंध के बीच कांटा बन रहे युवती के पति डॉक्टर महासिंह को हटाने के लिए धर्मवीर ने नापाक साज़िश रच डाली.
इस घटना के मास्टरमाइंड धर्मवीर ने इस हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए सुपारी किलर्स का सहारा लिया था. सुपारी किलर्स को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज चुकी है लेकिन इसके बावजूद हत्या की वजह सामने नहीं आ रही थी. यहीं से पुलिस ने जब पड़ताल को तेज किया तब इसके तार हत्या के मास्टरमाइंड धर्मवीर से जुड़े.
गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया था कि महासिंह की पत्नी गांव अहीर माजरा गांव की रहने वाली थी. उसके गांव के सरपंच धर्मबीर के साथ अवैध संबंध थे. ऐसे में डॉक्टर को रास्ते से हटाने के लिए धर्मबीर ने 25 लाख की शूटरों को सुपारी देकर,सोहना के सिलानी गांव में 7 अगस्त 2012 को हत्या कराई थी. शादी से पहले और उसके बाद तक चले आ रहे अवैध संबंधों का खामियाजा डॉक्टर महासिंह को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा.