केरल में एक मुर्गी चुराने के आरोप में भीड़ ने जिस बंगाली मजदूर को पीट-पीटकर घायल कर दिया था, उसने शुक्रवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना तिरुवनंतपुरम से 50 किलोमीटर दूर 24 जून को घटी थी. पुलिस हमलावरों की पहचान कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ सालों से यहां रहकर काम कर रहा मनिक रॉय (34) 24 जून को एक मुर्गी लेकर अपने घर की तरफ पैदल जा रहा था, तभी कुछ लोगों ने, जिनमें ज्यादातर स्थानीय निवासी थे, दावा किया कि यह मुर्गी चोरी की है. इसके बाद लोगों ने उसे पीटना शुरू कर दिया. पीड़िता गुहार लगाता रहा, लेकिन वे नहीं माने.
पीड़ित की मदद की गुहार सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों में से एक व्यक्ति ने कहा कि मनिक रॉय को मुर्गी उसने दी थी. इसके बाद हमलावर वहां से भाग गए. पीड़ित को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. तबीयत बिगड़ने पर 13 जुलाई को उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराने का निर्णय लिया गया, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई.
पुलिस को मुताबिक, सोमवार को जारी हुई मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, मनिक रॉय की मौत उसके सिर के पीछे चोट मारने के कारण हुई. इस मामले में पीड़िता के परिजनों की तहरीर के आधार पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद उनकी पहचान हो गई है. उनकी तलाश में पुलिस की टीम विभिन्न जगहों पर दबिश दे रही है.
बताते चलें कि भीड़ का कानून हाथ में लेकर हिंसा करना लगातार जारी है. कुछ दिन पहले ही कर्नाटक के बीदर में मॉब लिंचिंग के मामले में एक इंजीनियर को अपनी जान गंवानी पड़ी. हैदराबाद के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को बच्चा चोरी की अफवाह में भीड़ ने पीट-पीटकर कर मार डाला है, जबकि 3 अन्य लोग बुरी तरह घायल हो गए.
पुलिस के मुताबिक भीड़ ने बच्चा चोरी के आरोप में 32 साल के मोहम्मद आजम अहमद नाम के युवक को मौके पर ही पीट-पीटकर मार डाला. हैदराबाद के मलकपेट के रहने वाले मोहम्मद आजम अहमद गूगल में इंजीनियर थे. बताया जा रहा है कि हैदराबाद के रहने वाले मोहम्मद आजम, बशीर, सलमान और अकरम अपने दोस्त से मिलने के लिए बीदर के मुरकी आए थे.