रायपुर के सबसे बड़े सरकारी मेडिकल कॉलेज से एक महिला कैदी फरार हो गई. महिला चोरी के मामले में मुजरिम थी. बीमारी की हालत में सेंट्रल जेल के स्टाफ ने उसे मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया था. दिल्ली निवासी समीरा अरोरा नामक यह महिला कैदी मौका पाते ही अस्पताल से नौ दो ग्यारह हो गई. पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी है.
बताया जाता है कि सेंट्रल जेल में समीरा अरोरा कई दिनों से अपनी बीमारी का हवाला देकर सेंट्रल जेल के अस्पताल में ही अपना इलाज करा रही थी. वो भी सोची-समझी साजिश के तहत. सेंट्रल जेल के अस्पताल में होने वाले इलाज को उसने नाकाफी करार दिया. लाइलाज बीमारी का हवाला देकर समीरा अरोरा ने जेल प्रशासन से गुजारिश की कि उसका उपचार मेडिकल कॉलेज में कराया जाए. समीरा ने अपनी बीमारी को लेकर जेल अफसरों के सामने जमकर रोना रोया. आखिरकर अफसरों का दिल पसीजा और उन्होंने उसे बेहतर इलाज के लिए रायपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया. उसके साथ महिला जेल कर्मियों के अलावा दो गार्ड भी भेजे गए थे.
इधर मेडिकल कॉलेज में प्राथमिक जांच के बाद डॉक्टरों ने समीरा को परिसर में स्थित अस्पताल में भेज दिया. इस महिला कैदी के पंजीयन के लिए एक महिला जेल कर्मी पर्ची बनाने में व्यस्त हो गई. जबकि शेष कर्मी उसके इर्द-गिर्द मौजूद रहे. मौके का फायदा उठाकर अस्पताल में मरीजों की भीड़ के बीच समीरा अरोरा अचानक ओझल हो गई.
बताया जाता है कि समीरा अरोरा मूलतः हैदराबाद की रहने वाली है. वो शातिर चोरों में से एक है. छत्तीसगढ़ पुलिस ने साल भर पहले ही उसे दिल्ली से धर दबोचा था. चोरी के एक मामले में उसे सितंबर 2017 में अदालत ने तीन साल की सजा सुनाई थी. उसकी फरारी के बाद जेल कर्मी नप गए हैं. डीआईजी जेल केके गुप्ता के मुताबिक कैदी समीरा अरोरा के साथ मौजूद सभी जेल प्रहरियों को सस्पेंड कर दिया गया है. उनके बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.