यूपी एटीएस और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मो. सलीम खान ने पुलिस हिरासत में कई खुलासे किए हैं. उसने बताया कि वह सऊदी अरब के अनेजा शहर में कॉफी शॉप पर लेबर का काम करता था. यही उसकी कौसर और शरीफ से मुलाकात हुई. इसके बाद उसने आतंकी ट्रेनिंग ली थी.
यूपी के फतेहपुर जिले के हाथगांव के रहने वाले सलीम खान ने बताया कि वह जिस कॉपी शॉप पर काम करता था, उसके सामने ही सब्जी वाले कि दुकान थी. उसके यहां कौसर आता-जाता रहता था. वही उससे पहली मुलाकात हुई और नमाज अदा करने के बाद उसके घर जाने लगा. कौसर के घर शरीफ से मुलाकात हुई. उसने ही उसे कुछ वीडियो दिखाए.
उस वीडियो में कश्मीर की स्थिति और भारत के खिलाफ चीजें मौजूद थीं. इसके बाद उसके मन में लश्कर की ट्रेनिंग लेने की इच्छा हुई. कौसर और शरीफ ने उसके पाकिस्तान जाने का इंतजाम कराया. ISI के एक एजेंट के जरिए करांची एयरपोर्ट से बाहर निकलवाया. कराची में 2 दिन तक रहने के बाद उसे बहावलपुर ले जाया गया. वहां 10 दिन तक रहा.
सलीम ने बताया कि मो. अहमद नाम का एक शख्स आया और बाइक से उसे मुजफ्फराबाद कैंप में ले गया. पहाड़ों के बीच बने इस कैंप में पहली बार उसकी लखवी से मुलाकात हुई. इसके बाद उसे आंतकी ट्रेनिंग दी गई. बताते चलें कि यूपी पुलिस को साल 2008 से इस संदिग्ध आतंकी की तलाश थी. वह आईएसआई एजेंट का फाइनेंसर था.