एमिटी यूनिवर्सिटी के बाहर छात्रों ने अपने एक साथी की मौत के बाद जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने छात्र की मौत के लिए जिम्मेदार प्रोफेसर को तत्काल निलंबित कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की. गौरतलब है कि बीते दिनों एमिटी यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली थी. पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
छात्र ने कर ली थी आत्महत्या
जानकारी के मुताबिक, बीती 10 अगस्त को एमिटी लॉ कॉलेज के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली थी. मृतक छात्र का नाम सुशांत रोहिला था. दिल्ली के सरोजनी नगर का रहने वाला सुशांत एमिटी यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट में 3rd ईयर का स्टूडेंट था. सुशांत अपनी क्लास के मेधावी छात्रों में से एक था. इस साल अटेंडेंस कम होने की वजह से लॉ डिपार्टमेंट के एक प्रोफेसर ने उसके परीक्षा देने पर रोक लगा दी थी.
यूनिवर्सिटी मालिक को भेजा मेल
सुशांत को जब इस बात का पता चला तो वो परेशान हो गया. उसने कॉलेज प्रबंधन के सामने परीक्षा देने के लिए काफी गुहार लगाई. बकायदा सुशांत ने यूनिवर्सिटी मालिक को इस बारे में मेल भेजकर जानकारी दी थी. मेल में सुशांत ने कथित प्रोफेसर पर संगीन आरोप लगाए थे. साथ ही यूनिवर्सिटी मालिक से उसकी मदद करने की बात लिखी थी. सुशांत ने मेल में आगे जिक्र किया कि यूनिवर्सिटी में होने वाली कई प्रतियोगिताओं में वो अव्वल रहा है. सुशांत ने बताया कि कुछ महीने पहले उसका एक्सीडेंट हो गया था, जिसकी वजह से वो क्लास अटेंड नहीं कर पाया था.
बहन मांग रही सोशल मीडिया पर इंसाफ
यूनिवर्सिटी मालिक को लिखे अपने आखिरी मेल में वो एक मौका दिए जाने की गुहार लगाता रहा. जब उसे कोई उम्मीद नहीं दिखी तो उसने अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला किया. अपना भविष्य तबाह होते देख आखिरकार सुशांत ने बीती 10 अगस्त को पंखे से लटककर अपनी जान दे दी. सुशांत की मौत से उसके दोस्त सदमे में है. सुशांत ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था. सुशांत की बहन अपने भाई को इंसाफ दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक कर रही है, ताकि किसी और छात्र के साथ ऐसा ना हो.
तानाशाही कर रहे है प्रोफेसर्स
सुशांत की मौत के बाद एमिटी में पढ़ने वाले छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है. छात्रों की माने तो लॉ कॉलेज के कई प्रोफेसर उन्हें भी प्रताड़ित करते हैं. छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ प्रोफेसर कॉलेज में तानाशाही का माहौल बना रहे हैं. यहीं नहीं छात्रों के पैरेंट्स को भी कॉलेज बुलाकर किसी न किसी बहाने से प्रताड़ित किया जा रहा है. छात्रों की मांग है कि जब तक उन सभी आरोपी प्रोफेसर्स को सस्पेंड नहीं किया जाता, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
सुशांत के परिजनों ने उसकी मौत पर कहा कि उसने सुसाइड नहीं किया, बल्कि उसकी हत्या की गई है. परिजनों ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. पुलिस सुसाइड नोट की पड़ताल करते हुए मामले की तफ्तीश में जुटी है. फिलहाल एमिटी यूनिवर्सिटी के बाहर छात्रों का प्रदर्शन बदस्तूर जारी है.