जम्मू से दिल्ली आ रही दुरंतो एक्सप्रेस में गुरुवार को अज्ञात लुटेरों ने लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया. जब ट्रेन बादली स्टेशन के पास 15 मिनट के लिए सिग्नल न मिलने के कारण रुकी थी. उसी दौरान बदमाशों ने ट्रेन के यात्रियों से नगदी, जूलरी और मोबाइल फोन लूट लिए.
जानकारी के मुताबिक, दुरंतो एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12266) के B3 और B7 में यात्रियों के साथ करीब 3 बजे ये लूट की गई. पीड़ित यात्रियों की शिकायत पर सब्जी मंडी जीआरपी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है.
Passengers onboard B3 and B7 coaches of Jammu-Delhi Duranto Express looted by unidentified assailants on the outskirts of Delhi today,in early morning hours. Northern Railways CPRO says RPF has initial leads in the case and action will be taken against culprits pic.twitter.com/sFGMJ7PVIb
— ANI (@ANI) January 17, 2019
रेन में यात्रा कर रहे पीड़ित यात्री ने बताया कि आज जब हम दुरंतो एक्सप्रेस( ट्रेन नंबर-12266) में सफर कर रहे थे. इस ट्रेन का केवल सोर्स और डेस्टिनेशन स्टेशन पर ठहराव है. ट्रेन को सुबह 4:20 बजे दिल्ली पहुंचना था. सुबह 3:30 बजे जब ट्रेन दिल्ली के पासकहीं खड़ी हुई तो ट्रैक सिग्नल साफ न होने के कारण ट्रेन को रोका गया था.
अचानक करीब 7 से 10 अज्ञात बदमाशों ने ट्रेन के कोच B3 और B7 में प्रवेश किया. उनके हाथों में तेज धार वाले चाकू थे. बदमाशों ने चाकू को यात्रियों की गर्दन पर रखा और पूछा कि जो भी महंगा सामान वे अपने साथ ले जा रहे हैं उसे सौंप दें. उन्होंने कई पैसेंजरों सेपर्स, नकदी, बैग, सोने की चेन, मोबाइल और कई अन्य सामान लूट लिए. यह घटना 10 से 15 मिनट के भीतर हो गई.
यात्री ने आरोप लगाया कि वारदात के समय न तो स्टाफ और न ही सुरक्षाकर्मी वहां मौजूद थे. हमने हिम्मत कर ट्रेन अटेंडेंट और टीटी तक पहुंचने की कोशिश की.
अटेंडेंट अपन जगह पर मौजूद नहीं था और वह ट्रेन में कहीं और सो रहा था. हमने टीटी को खोजने की कोशिश की, लेकिन टीटी नहीं मिला. करीब 20 मिनट बाद हम अटेंडेंट को ढूंढ सके.
पीड़ित यात्री के मुताबिक, मैंने 100 नंबर डायल कर पुलिस को मामले की सूचना दी. दिल्ली पुलिस जब पहुंची तब तक ट्रेन स्टेशन पर पहुंच चुकी थी. उन्होंने घटना की एफआईआर दर्ज की है.
यात्री की शिकायत है कि इस लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार है? हम इस ट्रेन के लिए रेलवे की गतिशील किराया नीति के चलते अतिरिक्त किराए का भुगतान करते हैं. और हमें बदले में क्या सुविधा मिल रही है.
यात्री की मानें तो अटेंडेंट ने हमें बताया कि ट्रेन में कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था. क्या रेलवे ट्रेनों में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए किसका इंतजार कर रहा है. हम एसी कोचों में भी सुरक्षित नहीं हैं और स्लीपर क्लास और सामान्य कोच में सुरक्षा की उम्मीदकरते हैं.
यात्रियों का सवाल है कि रेलवे हमसे किस बात का महंगा किराया वसूल रहा है. ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर हम फ्रिक्रमंद हैं.
वहीं, रेलवे सूत्रों के मुताबिक, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स को शुरुआती तौर पर कुछ सुराग हाथ लगे हैं. जिनके आधार पर ट्रेन में लूट आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी.