सोमवार की सुबह जैसे ही नरेला का मेन बाजार खुला गोलियों की आवाज से गूंज उठा. जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक नकाबपोश बदमाशों ने दो लोगों की जान ले ली और 30 लाख कैश लूटकर फरार हो गए. फायरिंग में घायल हुए हरीश और पंकज की अस्पताल पहुंचते-पहुंचते मौत हो गई. वहीं, अमित के हाथ में गोली लगी, जो बच गया.
वारदात दिल्ली के नरेला इलाके की मेन मार्केट की सुबह करीब साढे दस बजे हुई. पंकज नामक कारोबारी अपनी इको वैन में तीन कर्मचारी हरीश, अमित और राकेश के साथ पास के ही बैंक में पैसे जमा कराने के लिए निकले थे. जैसे ही वो घर से निकलकर बैंक के पास पहुंचे बीच रास्ते में चार नकाबपोश लड़कों ने उन पर धावा बोल दिया.
चारों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. इससे कार में सवार तीनों लोगों को कई गोलियां लगी. जबकी एक कर्मचारी ने गाड़ी से भागकर अपनी जान बचाई. बताते हैं कि कार में दो बैग्स थे जिसमें करीब 30 लाख रुपये रखे थे. यही तीस लाख रुपये इस पूरे खूनी खेल की वजह बना. हमलावरों ने तीन को लहूलुहान किया और बैग लेकर फरार हो गए.
जानकारी के मुताबिक, कारोबारी पंकज की कार के पीछे पीछे उनके पिता भी आ रहे थे. लूट के बाद उन्होंने भी बदमाशों का पीछा करने की कोशिश की, लेकिन लुटेरों ने उनपर भी फायरिंग शुरू कर दी. किसी तरह उनकी जान बच गई. वारदात के बाद आनन-फानन में तीनों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक पंकज और हरीश की मौत हो चुकी थी.
दोनों को सीने में कई गोलियां लगी थी. अमित की हालत नाज़ुक बनी हुई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर इलाके के सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए हैं. इससे लुटेरों का कुछ सुराग मिल सके. इसके अलावा पुलिस अब उन लोगों से भी पूछताछ कर रही है, जो पंकज की इस मोटी रकम के बारे में जानते थे. शक है कि कोई जानने वाला ही इसके पीछे है.
इसके साथ ही पुलिस को शक है कि कोई ना कोई पंकज के घर के बाहर खड़ा था, जिसने कारोबारी के घर से निकलते ही बदमाशों को इशारा कर दिया. जैसे ही कारोबारी पंकज घर से निकलकर मेन रोड पर पहुंचे, उनपर ये कातिलाना हमला कर दिया गया. इस वारदात के बाद से इलाके के लोग सहमे हुए हैं. पुलिस जांच में लगी हुई है.