लखनऊ में 11 रुपये के ताबीज से कोरोना को दूर करने का दावा करने वाले एक शख्स को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि अहमद सिद्दीकी नाम का ये शख्स ताबीज और झाड़ फूंक के जरिए कोरोना भगाने का दावा कर रहा था.
लखनऊ पुलिस ने शहर के डालीगंज हाथी पार्क के सामने हरी टंकी के पास से इस शख्स को गिरफ्तार किया है. शनिवार रात को पुलिस ने इसे हवालात में बंद कर दिया था, लेकिन अगले दिन ये शख्स हवालात से बाहर आ गया.
कोरोना से बचने के लिए ताबीज बेचने वाला शख्स गिरफ्तार
मीडिया से बात करते हुए इस शख्स ने कहा कि वो इससे पहले भी ताबीज बना चुका है. हालांकि इस शख्स ने माना कि कोरोना का कोई इलाज अभी नही आया है. इस शख्स ने एक पोस्टर बनवा रखा था और उसमें खुद को कोरोना वाले बाबा बता रहा था. इस पोस्टर में इसने लिख रखा था कि कोरोना से बचने के लिए सिद्ध किया हुआ ताबीज यहां मिलता है. इस शख्स ने दावा किया कि जो लोग मास्क नहीं ले सकते हैं वो लोग ये ताबीज लेकर पास में रखें, इससे कोरोना वायरस से हिफाजत रहेगी.
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शख्स ने कहा कि सोशल मीडिया पर पोस्टर वायरल होने के बाद उसे धमकियां मिल रही थी. इसने कहा कि उसने अभी तक किसी से 11 रुपये नहीं लिए.
तंत्र-मंत्र से नहीं हो सकता कोरोना का इलाज
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बता दें कि कोरोना संक्रमण से फैलने वाली एक बीमारी है. झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र से इसका इलाज दूर-दूर तक संभव नहीं है. ये बीमारी कोरोना वायरस के संपर्क में आने से फैलती है. कोरोना से पीड़ित जब कोई शख्स छींकता या खांसता है तो इसके वायरस वायुमंडल में आ जाते हैं, अगर ये वायरस किसी भी तरह से किसी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर के अंदर चला जाए तो उसे ये बीमारी होने की संभावना है.