लखनऊ के घंटाघर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (एनआरसी) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में मुस्लिम धर्म गुरु कल्बे सादिक के बेटे समेत कई प्रदर्शनकारियों के खिलाफ लखनऊ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. ट्रैफिक जाम करने और धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में FIR दर्ज की गई है.
शुक्रवार को घंटाघर पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं के समर्थन में जुलूस निकाला गया था. जुलूस की वजह से घंटाघर पर जाम लग गया था. इसी मामले में पुलिस ने FIR दर्ज की है. ठाकुरगंज थाने में 10 नामजद और सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता यानी आईपीसी की धारा 145, 147, 188, 283 और 353 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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आपको बता दें कि सीएए और एनआरसी को लेकर लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं का प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शन स्थल पर रामधुन और देशभक्ति के गीतों से आंदोलन को धार दी जा रही है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हम संविधान की मूल भावना पर इस चोट को बर्दाश्त नहीं करेंगे. लोकतंत्र को बचाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है.
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नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल एकजुट हो गए हैं. इन विपक्षी दलों का कहना है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम धर्म के आधार पर भेदभाव करता है. हालांकि मोदी सरकार का कहना है कि यह कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में उत्पीड़न का शिकार हुए अल्पसंख्यकों यानी हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, पारसी और बौद्ध समुदाय के लोगों नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है.
मोदी सरकार का कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून का हिंदुस्तानी मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं हैं. इसके साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह यह भी साफ कर चुके हैं कि नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी भी कीमत पर वापस नहीं लिया जाएगा.