मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. कुछ रोज पहले भोपाल के कटारा हिल्स इलाके में मिली एक लावारिस लाश की गुत्थी सुलझाते-सुलझाते पुलिस एक अन्य हत्याकांड के खुलासे तक पहुंच गई. कटारा हिल्स इलाके से एक युवक का सड़ा-गला शव बरामद किया गया था. शव के हाथ पर बंधे कलावे को देख, दो लोगों ने उसकी शिनाख्त अपने भाई रामजी लाल इवने के तौर पर की थी लेकिन बाद में पता लगा कि हकीकत कुछ और ही थी.
रामजी लाल का शव असल में कटारा हिल्स इलाके से नहीं बल्कि रायसेन जिले के नूरगंज में एक गहरी खाई से बरामद किया था. पुलिस के मुताबिक, जांच में पता लगा कि रामजी लाल के मोबाइल पर राधेश्याम नाम के एक शख्स के 16 अगस्त को कई सारे कॉल थे. राधेश्याम ने पूछताछ में बताया कि रामजी लाल उसका लोन पास करवाने वाला था और इसी सिलसिले में दोनों के बीच बातचीत हुई थी. लेकिन पुलिस को राधेश्याम पर तब शक हुआ जब रामजी लाल की बाइक उन्हें राधेश्याम के घर के पास खड़ी मिली.
पुलिस ने जब राधेश्याम से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने अपने एक और दोस्त अर्जुन के साथ मिलकर रामजी लाल को रायसेन जिले के नूरगंज में एक गहरी खाई में धक्का देकर गिराकर मार डाला था. रामजी लाल इवने 20 अगस्त से लापता था. पुलिस को बाद में पता लगा कि असल में जो शव कटारा हिल्स इलाके से बरामद किया गया था वो रामजी लाल का नहीं था.
रायसेन में मिले शव की शिनाख्त बतौर रामजी लाल उनके भाइयों ने शव के जूते को देखकर की. पुलिस ने हत्यारों की निशानदेही पर रामजी लाल का रायसेन की नूरगंज इलाके की एक गहरी खाई से बरामद किया. इस तरह भोपाल पुलिस को कटारा हिल्स इलाके में मिले लावारिस शव से रायसेन में हुई हत्या की कहानी से पर्दा उठाने में सफलता मिल गई.