यूपी के बागपत जेल में हुए मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं. इस वारदात के बाद ADG चंद्र प्रकाश जेल का मुआयना करने पहुंचे. उन्होंने बताया कि जिस तरीके से जेल के भीतर हाई सिक्योरिटी जोन में इस हत्या को अंजाम दिया गया है, यह सुनियोजित लगता है.
ADG जेल चंद्र प्रकाश ने बताया था कि हत्याकांड के पहले वाली रात सुनील राठी और मुन्ना बजरंगी के बीच दुआ सलाम हुआ था. शुरुआती जांच में ऐसा लगता है कि हत्या में इस्तेमाल किया गया पिस्टल पहले से ही जेल में मौजूद था. इसकी संभावना काफी कम है कि रात में पिस्टल लाई गई हो.
चंद्र प्रकाश के मुताबिक, हत्या के लिए इस्तेमाल किया गया पिस्टल बिहार के मुंगेर का बना हुआ है. यह देसी पिस्टल है, लेकिन काफी हाईटेक है. हाई सिक्योरिटी जोन के भीतर किसी भी तरह का हथियार नहीं ले जाया जा सकता, लेकिन इस मामले में जेल में हथियार कैसे पहुंचा इसकी जांच हो रही है.
बताया जा रहा है कि वारदात के दिन सुबह करीब 6:15 बजे हमेशा की तरह हाई सिक्योरिटी बैरक का गेट खुला. उसी वक्त सुनील और उसके कुछ सहयोगी दूसरे बैरक से वहां पहुंचे थे. इसके बाद उन लोगों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. इस बात की जांच चल रही है कि हत्या के तुरंत बाद वहां तस्वीरें किसने खींची और कैसे वायरल हुई.
सूत्रों के मुताबिक, मुन्ना बजरंगी की हत्या के वक्त सुनील राठी के साथ उसके चार साथी मौजूद थे. सुनील राठी के पास पिस्टल कहां से आई फिलहाल पुलिस के पास इसका कोई सुराग नहीं है. सुनील राठी ने दावा किया है कि कहासुनी के बाद उसने मुन्ना बजरंगी से ही उसकी पिस्टल छीन कर उसे गोली मारी थी.
मुन्ना बजरंगी के साथ बैरक में बंद विक्की सुन्हेड़ा ने पुलिस को बताया कि मुन्ना के पास कोई पिस्टल नहीं थी. वाराणसी में दाह संस्कार के दौरान मुन्ना के भाई सुनील ने कहा कि उसके पास यदि पिस्टल होती तो उसे कोई मार नहीं सकता था. मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद यूपी के कई माफिया डॉन की नींद उड़ गई है.