scorecardresearch
 

महंत मोहनदास बीच रास्ते में ट्रेन से लापता, राम रहीम-आसाराम को बताया था पाखंडी

फर्जी बाबाओं की लिस्ट बनाने वाले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत मोहनदास अचानक लापता हो गए हैं. दिल्ली के एक रेलवे स्टेशन से लापता होने के बाद उनके फोन की आखिरी लोकेशन यूपी के मेरठ में मिली है. महंत लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. पुलिस उनका फोन नंबर सर्विलांस पर डालकर तलाश कर रही है.

Advertisement
X
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत मोहनदास
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत मोहनदास

Advertisement

फर्जी बाबाओं की लिस्ट बनाने वाले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत मोहनदास अचानक लापता हो गए हैं. दिल्ली के एक रेलवे स्टेशन से लापता होने के बाद उनके फोन की आखिरी लोकेशन यूपी के मेरठ में मिली है. महंत लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. पुलिस उनका फोन नंबर सर्विलांस पर डालकर तलाश कर रही है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत मोहनदास कल्याण जाने के लिए हजरत निजामुद्दीन स्टेशन आए थे. उनका रिजर्वेशन लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस के ए-1 कोच में था. उन्होंने ट्रेन के कोच अटेंडेंट को अपना सामान सौंपा और उसे कल्याण में महंत दामोदर दास को सौंपने के लिए कहा था. इसके बाद से वह लापता हो गए हैं.

उनका सेवादार जब उन्हें खाना देने पहुंचा तो उसे महंत अपने कोच में नहीं मिले. इस बात की सूचना जीआरपी को दी गई. पुलिस ने उनके फोन नंबर को सर्विलांस पर डाल दिया. उनकी फोन लोकेशन आखिरी बार उत्तर प्रदेश के मेरठ में दिख रहा है. एक संभावना यह भी है कि उस दिन ट्रेन करीब नौ घंटे लेट थी. इस वजह से वह सड़क के रास्ते से रवाना हो सकते हैं.

Advertisement

बताया जा रहा है कि ट्रेन में बैठने से पहले महंत के पास के लाखों रुपयों की पोटली भी साथ थी. सभी पैसे वे इलाज कराने के लिए ले जा रहे थे. उन्होंने सोने के काफी जेवरात भी पहने हुए थे. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उनका सामान रेलवे पुलिस ने कल्याण स्टेशन पर सौंप दिया है. हालांकि, जीआरपी इस मामले में अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है.

Advertisement
Advertisement