महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) से जुड़े 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में एक नाबालिग भी शामिल है. पिछले दो दिनों तक ठाणे और औरंगाबाद में छापेमारी के बाद इनकी गिरफ्तारियां हुई हैं. गणतंत्र दिवस से महज कुछ दिनों पहले इसे पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है.
एटीएस ने आरोपियों के पास से कुछ केमिकल, केमिकल पाउडर, ‘हाइड्रोजन परॉक्साइड’ लिखी केमिकल की एक बोतल, छह चाकू, छह पेन ड्राइव, छह लैपटॉप, 24 से अधिक मोबाइल फोन, कई गैजेट, वाई-फाई राउटर्स, डीवीडी, सीडी, हार्ड ड्राईव, ग्राफिक कार्ड, मॉडम और कंप्यूटर रैम बरामद किए हैं. पूछताछ में पता चला कि संदिग्धों के ग्रुप में इंजीनियर भी हैं जिन्होंने खाना या पानी में केमिकल मिलाकर बड़ी संख्या में लोगों को मारने की योजना बनाई थी. जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि बरामद सभी चीजों को फोरेंसिक जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है.
उन्होंने कहा, ‘इन लोगों ने आईएस से प्रभावित होकर एक आतंकवादी समूह उम्मत ए मोहम्मदिया बना लिया था और ये अलग-अलग जगहों पर हमले करने की योजना बना रहे थे.’ अधिकारी ने हालांकि इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी. उन्होंने इतना जरूर बताया कि पकड़े गए 9 लोगों में एक नाबालिग है. उन्होंने कहा, ‘हम हर पहलू की जांच करेंगे जिसमें उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहा कुंभ मेला और अन्य बड़े कार्यक्रम शामिल हैं.’
पुलिस को इस बारे में पहले से सूचना मिली थी. इसके बाद कई हफ्ते तक 9 लोगों पर नजर रखी गई और उनके बारे में जानकारी जुटाई गई. इसी आधार पर ठाणे के मुंब्रा शहर में अमृत नगर, कौसा, मोती बाग और अलमास कॉलोनी इलाकों और औरंगाबाद की कैसर कॉलोनी, राहत कॉलोनी और दमडी महल इलाकों में सोमवार देर रात और मंगलवार तड़के छापेमारी की गई. इस कार्रवाई में एक नाबालिग समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया और बड़ी मात्रा में केमिकल वगैरह बरामद किए गए.
गिरफ्तार लोगों में मजहर अब्दुल राशिद शेख भी शामिल है जो अंडरवर्ल्ड के अपराधी और दाउद इब्राहिम गिरोह के निशानेबाज राशिद मलबारी का बेटा है. शेख को महाराष्ट्र के औरंगाबाद से गिरफ्तार किया गया है. खास बात यह है कि गिरफ्तार लोगों में एक नाबालिग भी है जो 11वीं का छात्र है. इसकी उम्र 17 साल बताई जा रही है. शुरुआती जांच में पता चला है कि संदिग्धों के समूह में इंजीनियर और फार्मासिस्ट भी शामिल हैं जिनकी योजना किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की थी.
गिरफ्तार लोगों की पहचान मोहसिन सिराजुद्दीन खान, ताकी सिराजुद्दीन खान, मुशाहिद उल इस्लाम, मोहम्मद सरफराज, सलमान सिराजुद्दीन खान, जम्मन खुतेपाद और फहद अंसारी के रूप में की गई है. गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (बी) (आपराधिक षडयंत्र) और गैरकानूनी गतिविधि निरोधक कानून और बंबई पुलिस कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. गिरफ्तार आरोपी गुरुवार को औरंगाबाद कोर्ट लाए गए थे जहां एटीएस ने 5 फरवरी तक की रिमांड मांगी. नाबालिग को जुवेनाइल कस्टडी में भेज दिया गया है.
जांच में पता चला है कि इस संगठन का मास्टरमाइंड इंजीनियर है जो मस्जिदों के आसपास जाता था और लोगों को अपने झांसे में लेकर उन्हें संगठन से जोड़ता था. लोगों को सोशल मीडिया पर लेकर उनसे चैट करता था. पुलिस को हालांकि शक है कि इस संगठन का असली सूत्रधार सीरिया में कहीं बैठा हो सकता है. पुलिस ने गिरफ्तारी से पहले इंटरनेट पर भी काफी निगरानी रखी और संदिग्धों की एक-एक गतिविधि को परखा.