scorecardresearch
 

औरंगाबाद हिंसा: आजतक के सवाल पर कमिश्नर इंचार्ज के गोलमोल जवाब

हिंसक भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई. पुलिस की गोली से एक बच्चा भी गंभीर रूप से घायल हुआ है. हिंसक झड़प में अब तक 16 पुलिसकर्मियों सहित 25 लोगों के घायल होने की खबर है.

Advertisement
X
औरंगाबाद में इस बात को लेकर भड़की हिंसा
औरंगाबाद में इस बात को लेकर भड़की हिंसा

Advertisement

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बीती रात दो समुदायों के बीच भड़की हिंसा में जमकर उपद्रव मचा. रात भर लोग या तो डरे सहमे भागते रहे या उपद्रव मचाने वाले हिंसा फैलाते दौड़ते रहे. पथराव हुआ, दुकानें जला दी गईं, गाड़ियां फूंक दी गईं. और इस दौरान कहीं पुलिस का कोई नामो निशान नहीं.

औरंगाबाद के कमिश्नर का प्रभार संभाल रहे स्पेशल IG मिलिंद भरांबे ने 'आजतक' से बताया कि नगर निगम द्वारा पानी का कनेक्शन काटे जाने को लेकर दोनों समुदायों के बीच मनमुटाव पैदा हुआ, लेकिन अफवाह भड़काने के चलते मनमुटाव ने हिंसा का रूप ले लिया.

फिलहाल औरंगाबाद के पुराने हिस्से सहित कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. शनिवार की सुबह से स्थिति काबू में है, शांति स्थापित होने लगा है, लेकिन माहौल अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है. औरंगाबाद हिंसा में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक बच्चे और 16 पुलिसकर्मियों सहित 41 लोग घायल हुए हैं.

Advertisement

बता दें कि दो महीने से औरंगाबाद में कमिश्नर का पद रिक्त है और स्पेशल IG मिलिंद भरांबे कमिश्नर का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं. बीते दो महीने से कमिश्नर की नियुक्ति न करने को राज्य सरकार की बड़ी लापरवाही के तौर पर देखा जा रहा है. आजतक ने जब मिलिंद भरांबे से औरंगाबाद हिंसा को लेकर सवाल पूछे तो वह सफाई देते नजर आए.

आजतक- रात भर हिंसा, आगजनी होती रही. इस दौरान कहां थी आपकी पुलिस?

मिलिंद भरांबे- दो कम्युनिटी के बीच में एक छोटे से इश्यू को लेकर कुछ मनमुटाव हो गया, जिसके बाद हाथापाई और पथराव होने लगा दोनों तरफ से. अफवाह के चलते यह हिंसा आस-पास के इलाकों में भी फैल गई. उसके बाद एक दो जगहों पर आगजनी हुई. अफवाह के चलते हिंसा ज्यादा फैली.

लेकिन जहां जैसी जरूरत पड़ी उचित बल का प्रयोग कर स्थिति को काबू में कर लिया गया. पुलिस को जहां जैसा उचित लगा उसके अनुसार, आंसू गैस के गोले छोड़े गए, लाठीचार्ज किया और प्लास्टिक बुलेट से फायर किया गया. अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.

आजतक- जिस व्यक्ति की मौत हुई है, वह आपसी विवाद में हुई या पुलिस की गोलीबारी के चलते?

मिलिंद भरांबे- जब भीड़ हिंसक हो गया तो उस पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने प्लास्टिक बुलेट से फायर किया, जो एक व्यक्ति को क्रिटिकल जगह जा लगी और हैमरेज के चलते उसकी मौत हो गई. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.

Advertisement

आजतक- क्या घायलों में कुछ गंभीर भी हैं?

मिलिंद भरांबे- घायलों में कोई गंभीर नहीं है और सभी की हालत स्थिर है. घायलों का सरकारी अस्पताल में उपचार चल रहा है.

आजतक- दोनों समुदायों के बीच तनाव खत्म करने कि लिए प्रशासन ने क्या पहल की है?

मिलिंद भरांबे- शांति बहाली के लिए दोनों समुदायों के नेताओं से बातचीत चल रही है. एहतियातन उपाय भी अपनाए जा रहे हैं. दोनों समुदायों के बीच कुछ चीजों को लेकर मनमुटाव की स्थिति है, जिसकी जांच की जा रही है.

आजतक- मृत व्यक्ति की पहचान हो पाई है क्या?

मिलिंद भरांबे- अभी मृत व्यक्ति की पहचान उजागर करना ठीक नहीं होगा.

अजतक- दोनों समुदायों के बीच मनमुटाव की असली वजह क्या है?

मिलिंद भरांबे- दोनों समुदायों के बीच कुछ इश्यूज को लेकर अफवाहें हैं. अभी जो अफवाहें हैं, उनकी जांच की जा रही है. जांच के बाद ही कुछ कहना उचित होगा. कन्फर्म होने से पहले कुछ नहीं कहा जा सकता.

आजतक- क्या हिंसा भड़काने की सुनियोजित तैयारी थी?

मिलिंद भरांबे- जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि दंगा फैलाने वालों की क्या तैयारी थी. लेकिन जांच से पहले इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता.

आजतक- आप कब से कमिश्नर का प्रभार संभाल रहे हैं.

Advertisement

मिलिंद भरांबे- जी मैं ही जिले के कमिश्नर का प्रभार संभाल रहा हूं और मैं पिछले दो महीने से यह प्रभार संभाल रहा हूं.

Advertisement
Advertisement