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कोचिंग सेंटर की कामयाबी देखकर था परेशान, करा दी दोस्त की हत्या

महाराष्ट्र के लातूर शहर में एक कोचिंग सेंटर के संचालक की गोली मार कर हत्या कर दी गई. पुलिस ने उसकी लाश कार से बरामद की. हैरानी की बात ये है कि इस हत्या के लिए बीस लाख रुपये की सुपारी दी गई थी. हत्या की वजह सामने आने पर पुलिस भी हैरान रह गई.

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पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है

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महाराष्ट्र के लातूर शहर में एक कोचिंग सेंटर के संचालक की गोली मार कर हत्या कर दी गई. पुलिस ने उसकी लाश कार से बरामद की. हैरानी की बात ये है कि इस हत्या के लिए बीस लाख रुपये की सुपारी दी गई थी. हत्या की वजह सामने आने पर पुलिस भी हैरान रह गई.

हत्या की ये वारदात रविवार की है. स्टेप बाय स्टेप कोचिंग क्लास के संचालक अविनाश चौहान देर रात काम ख़त्म करके कार से घर लौट रहे थे. तभी दो अज्ञात बाइक सवार अविनाश की कार के सामने आ गए. उन्होंने कार को रोका और अविनाश को पिस्टल से गोली मार दी. सीने में गोली लगने और खून ज्यादा बह जाने की वजह से अविनाश ने गाड़ी में ही दम तोड़ दिया.

वारदात के वक्त उसकी कार भी स्टार्ट थी. राह चलते लोगों ने जब अविनाश को गाड़ी में खून से लथपथ हालत में देखा तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने के मौक पर जाकर शव को कब्जे में ले लिया. देर रात अविनाश के परिवार वालों ने पुलिस के सामने शर्त रख दी कि जब तक हत्यारों की गिरफ़्तारी नहीं होगी, तब तक वे उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.

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अविनाश के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने के लिए रिश्तेदार, दोस्त, स्टूडेंट्स बड़ी संख्या में आये थे. ऐसे में पुलिसवाले भी सादे कपड़ों में शक के दायरे में आने वाले लोगों की निगरानी कर रहे थे. वहां काफी संख्या में लोग मौजूद थे. इन लोगो में एक शख्स ऐसा भी था, जिस पर पुलिस को शक नहीं हुआ. वो शख्स था अविनाश का पहला पार्टनर चंदन कुमार शर्मा.

इसके बाद पुलिस की टीम ने कुछ हिस्ट्रीशीटर्स को हिरासत में ले लिया और उनसे पूछताछ के दौरान चंदनकुमार शर्मा का नाम सामने आया. पुलिस ने फौरन चंदन कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, जिसमें आरोपी ने हत्या कराने की बात कबूल कर ली.

पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि अविनाश के साथ मिलकर उसने लातूर में कोचिंग क्लास शुरू की थी. लेकिन आपसी मतभेद और पैसे के लेनदेन के कारण दोनों दोस्त अलग हो गए और अविनाश ने अपना कोचिंग सेंटर शुरू किया.

कुछ ही समय में अविनाश के कोचिंग सेंटर की डिमांड बढ़ने लगी. हर परीक्षा में अच्छे नतीजे लाने वाले छात्रों को अविनाश बड़े पुरस्कार देने लगा. न्यूज़ पेपर में उसके फुल पेज के इश्तेहार छपने लगे. लातूर के बढ़िया पढ़ाने वाले टीचर्स को क्लास में पढ़ाने के लिए बुलाने लगा.

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अविनाश की सफलता देखकर चंदन कुमार शर्मा के मन में जलन पैदा हो गई. इसी के चलते उसने अविनाश को ख़त्म करने का प्लान बनाया. तफ्तीश के दौरान पता चला कि चंदनकुमार शर्मा ने भाड़े के हत्यारों को बीस लाख रुपये की सुपारी दी. जिन्होंने रविवार की रात अविनाश का पीछा किया. और मौका मिलते ही उसकी गोली मारकर हत्या कर दी.

लातूर पुलिस ने बताया कि इस मामले में चंदनकुमार की गिरफ़्तारी के साथ ही चार अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इन सभी आरोपियों ने अविनाश की हत्या में शामिल होना कबूल किया है.

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