क्वारनटीन किए गए लोगों में पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और लॉकअप में साथ रहने वाले अन्य आरोपी भी शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन लगातार लोगों को ट्रेस करने की कोशिश कर रहा है.
आरोपी का इलाज ग्रामीण रुग्णालय में चल रहा है. पालघर के सिविल सर्जन ने इस बात की जानकारी दी है. फिलहाल आरोपी की हालत स्थिर बनी हुई है. संपर्क में आए अन्य लोगों की तलाश की जा रही है.
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115 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
पालघर हिंसा में शामिल कुल 115 लोग गिरफ्तार हुए हैं. सभी गिरफ्तार आरोपी 13 मई तक सीआईडी हिरासत में हैं. गिरफ्तार होने वालों में 9 नाबालिग भी शामिल हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग मामले में जमकर सियासत भी हुई थी. विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार पर गंभीर दबाव बनाया था.
क्या है पूरा मामला?
पालघर से कुछ दूर एक गांव में भीड़ ने चोरी के शक में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की हत्या कर दी थी. 16-17 अप्रैल की रात जब ये दो साधु अपने ड्राइवर के साथ गांव से गुजर रहे थे, तब लोगों को चोरों के आने का शक हुआ.
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भीड़ ने पीट-पीटकर इनकी हत्या कर दी, इस दौरान वहां पर पुलिसकर्मी खड़े रहे और तमाशा देखते रहे. पुलिसकर्मियों की लापरवाही की बात सामने आने के बाद प्रशासन ने एक्शन लिया और लगातार कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया.