महाराष्ट्र के पुणे में अपहरण का हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां दो व्यक्तियों ने फिरौती के लिए एक नाबालिग लड़की को उसके घर के बाहर से अगवा कर लिया. हालांकि कुछ घंटों में ही दोनों आरोपी पकड़े गए. आरोपी एक रेस्तरां खोलना चाहते थे, इसलिए उन्होंने पैसा जुटाने के लिए इस वारदात को अंजाम दे डाला.
मामला पुणे के पिंपरी नगर का है. जहां माही नामक 12 वर्षीय बच्ची अपने परिवार के साथ रहती है. गुरुवार की शाम करीब 5 बजे वह घर के करीब ही एक दुकान से पेन खरीदने गई थी. तभी कार सवार दो बदमाश वहां पहुंचे और लड़की को कार में डालकर वहां से फरार हो गए. इस दौरान लड़की के चिल्लाने पर एक दुकानदार ने कार का पीछा भी किया.
लेकिन तब तक आरोपी वहां से दूर निकल चुके थे. बच्ची के घरवालों ने घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस को शिकायत की. पिंपरी थाना पुलिस फौरन एक्शन में आ गई. पूरे इलाके में नाकेबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया. लेकिन आरोपी पकड़ में नहीं आए.
इसी दौरान रात में अपहरणकर्ताओं ने बच्ची के परिजनों को फोन कॉल करके 50 लाख रुपये फिरौती मांगी. मगर बदमाश ये भूल गए कि पुलिस परिजनों के सभी नंबरों पर आने वाली कॉल्स की निगरानी कर रही थी. जिस नंबर से परिजनों को कॉल की गई थी, पुलिस ने उसे सर्विलांस के तहत ट्रेस कर लिया.
इस तरह से पुलिस बदमाशों तक जा पहुंची. पुलिस की टीम ने वहां जाकर दबिश दी और सकुशल बच्ची को मुक्त करा लिया. साथ ही दोनों आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. महज 10 घंटे से भी कम समय में पुलिस ने इस केस को सोल्व कर दिया.
जब पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ. दरअसल, आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे दोनों दोस्त हैं और एक अच्छा सा रेस्तरां खोलना चाहते थे. जिसके लिए पैसों का इंतजाम नहीं हो पा रहा था. लिहाजा, उन्होंने बच्ची का अपहरण कर फिरौती वसूलने की योजना बना डाली. मगर सर्विलांस की वजह से दोनों पकड़े गए.