मुंबई के उपनगरीय इलाके में मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब वहां एक धमाका हुआ. हालांकि ये विस्फोट कम तीव्रता का था. पुलिस के अनुसार विस्फोट ठाकुर मॉल के सामने सड़क पर एक सफेद रंग के पदार्थ में हुआ था. धमाके के बाद पुलिस ने आगे की जांच के लिए सड़क के एक तरफ का यातायात बंद कर दिया है. पुलिस को मौके से विस्फोटक, प्लास्टिक की बोतल, छोटी धातु की गेंदें और एक जूट फ्यूज बरामद हुआ है.
बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड (BDDS) की टीम जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंच गई. अब यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या विस्फोट IED से हुआ था, जिसे लोकल स्तर पर बनाया जा सकता था. सड़क पर धमाका करने के पीछे अराजकता फैलाना और कानून-व्यवस्था को चौपट करना एक मकसद हो सकता है.
पुलवामा हमले के बाद पुलिस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. लिहाजा इस बात की जांच की जा रही है कि घटनास्थल पर किस उपकरण या पदार्थ से विस्फोट किया गया. आजतक/इंडिया टुडे से बात करते हुए ठाणे (ग्रामीण) के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में कोई हताहत नहीं हुआ है.
धमाके के लिए किस विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है, यह जानने के लिए घटनास्थल से एकत्रित नमूनों को फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है. ठाणे (ग्रामीण) पुलिस ने बताया कि बुधवार की सुबह लगभग 10 बजे एक व्यक्ति ने ठाकुर मॉल काशीमीरा के पास सड़क पर विस्फोट और फ्लैश होने की सूचना दी थी.
पुलिस के साथ-साथ बीडीएस और एटीसी की टीम भी मौके पर जांच कर रही है. एटीएस की टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया है. इस संबंध में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. प्राथमिक जांच के अनुसार किसी को घायल करने के लिए यह बहुत छोटा धमाका था. अब आरोपी और उसके मकसद के बारे में पता लगाया जा रहा है.