उत्तर प्रदेश के गौतम बुध नगर में प्रॉपर्टी पर कब्जे को लेकर दो गुटों में जबरदस्त गोलीबारी हुई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. हैरान करने वाली बात यह है कि उसी दिन सुबह पुलिस को इस संबंध में शिकायत मिली थी, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया.
घटना रविवार की देर रात की है. दादरी कोतवाली के नई आबादी मोहल्ले में तब चारों ओर भय का माहौल छा गया, जब प्रॉपर्टी को लेकर दो पक्षों में जमकर गोलीबारी हुई. हालांकि खूनी संघर्ष पर पुलिस ने जल्द ही काबू पा लिया.
पुलिस ने बताया कि अब तक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है. इतना ही नहीं कोई भी पक्ष स्वीकार नहीं कर रहा है कि मृतक उनका समर्थक है. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हत्या का केस दर्ज कर लिया है.
पुलिस ने बताया कि यह खूनी संघर्ष महज 500 गज के एक प्लॉट पर कब्जे को लेकर हुआ. कांग्रेस पार्टी से नगर पालिका परिषद का चुनाव लड़ चुके रज्जाक अहमद का जहां दावा है कि विवादित प्लॉट उनकी पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड है.
रज्जाक का आरोप है कि उसी मोहल्ले के रहने वाला फखरुद्दीन नाम का शख्स उनके प्लॉट पर कब्जा करना चाहता है. बता दें कि फखरुद्दीन भू माफिया के रूप में इलाके में कुख्यात है.
रज्जाक अहमद ने घटना वाले दिन सुबह दादरी कोतवाली के SHO रामसैन सिंह से फखरुद्दीन की शिकायत भी की थी और आशंका जताई थी कि 500 गज के उस विवादित प्लॉट पर कब्जे को लेकर बड़ा झगड़ा हो सकता है.
लेकिन पुलिस ने रज्जाक अहमद की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया. पुलिस की लापरवाही का ही नतीजा रहा कि गोलीबारी में एक युवक की जान चली गई.