गीता कालोनी इलाके में एक शख्स ने पत्नी की जुदाई में आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान दीपक (34) के रूप में हुई है. दीपक का शव सड़ी-गली हालत में कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला. दीपक ने अपनी मां रमेश रानी के साथ 12 मई को मतदान किया था.
बताया जा रहा है कि मतदान करने के बाद से वह घर में अकेला रह रहा था. दो दिन तक जब दीपक ने फोन नहीं उठाया तो मां बुधवार को उसे देखने के लिए कमरे पर पहुंची, उसके कमरे से बदबू आ रही थी. कमरा खोलकर देखा तो दीपक पंखे से लटका हुआ था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच में जुट गई है. पुलिस को शव के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है.
पुलिस के अनुसार, दीपक अपने परिवार के साथ 15/1 रानी गार्डन में किराए पर रहता था. परिवार में मां रमेश रानी और बेटा यश (6) और बेटी यशिका (5) है. दोनों बच्चे घर के पास ही सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं. दीपक चालक की नौकरी करता था. दीपक का एक भाई रानी गार्डन तो दूसरा गीता कालोनी 15 ब्लॉक में परिवार के साथ किराए पर रहते हैं. दीपक की शादी छह साल पहले प्रयागराज (इलाहाबाद) की रहने वाली पूजा से हुई थी. शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़े होने शुरू हो गए. करीब तीन साल पहले पूजा दीपक व दोनों बच्चों को छोड़कर प्रयागराज में अपने मायके चली गई और वापस नहीं लौटी. दीपक ने उसे वापस अपने घर लाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं आई.
12 मई को दीपक अपनी मां के साथ मतदान करने गया था, दोनों बच्चों की स्कूल की छुट्टी थीं. मां दीपक के दोनों बच्चों को लेकर गीता कालोनी में अपने बड़े बेटे के घर चली गई. दो दिनों तक मां ने दीपक को कई बार फोन किया लेकिन उसने नहीं उठाया. मां उसे देखने के लिए रानी गार्डन में उसके कमरे पर पहुंची. कमरे के बाहर तक बदबू आ रही थी. मां ने पड़ोसियों की सहायक से गेट की कुंडी तुड़वाई और कमरे में गई. दीपक का शव पंखे से लटका था. पुलिस की मानें तो दीपक को आत्महत्या किए हुए दो दिन हो चुके थे. पुलिस पूछताछ में दीपक के परिजनों ने पुलिस को बताया कि दीपक को पत्नी की जुदाई बहुत खल रही थी, इस बात को लेकर परेशान रहता था.