दिल्ली से सटे साहिबाबाद में दहेज से जुड़ा एक मामला सामने आया है. यहां एक लड़की शादी के जोड़े में हाथों में मेहंदी रचाए बारात का इंतजार कर रही थी. सुबह से लेकर रात बीत गई मगर दूल्हा उसे लेने नहीं आया. वजह साफ थी, दहेज.
साहिबाबाद स्थित घर और विवाह स्थल फॉर्म हाउस पूरी तरह से सजा-धजा हुआ था. सभी रिश्तेदार बेहद खुश थे कि उनकी लाडली बिटिया आज दुल्हन बनने वाली है. खाने-पीने के इंतजामों में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी. सारी तैयारी पूरी हो चुकी थी. अब बस बारात का इंतजार था.
समय बीतता गया लेकिन बारात का कुछ पता नहीं था. रात के एक बजे तक जब बारात नहीं पहुंची तो दुल्हन पक्ष के लोगों ने दूल्हे नवीन और उसके परिजनों को फोन लगाया, मगर किसी से भी संपर्क नहीं हो पाया. जिसके बाद उन्होंने पुलिस को मामले की सूचना दी. पुलिस मौके पर आई और पूछताछ के बाद बैरंग लौट गई.
पीड़ित परिजनों के मुताबिक, दूल्हे पक्ष के लोगों ने दहेज में कार की मांग की थी. जिसे वह पूरा नहीं कर सकते थे. दरअसल पीड़िता नोएडा स्थित एक कंपनी में बतौर सेल्स मैनेजर कार्यरत है. पीड़िता के पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं. 5 साल नौकरी करके पीड़िता ने अपनी शादी के लिए पैसे जोड़े थे.
दुल्हन पक्ष कार देने में असमर्थ था. पीड़िता और उसके परिवार की खुशियां अब आंसुओं में बदल गईं हैं. आरोपी दूल्हा नवीन फरार है. पुलिस की एक टीम आरोपी की तलाश में फरीदाबाद गई हुई है. पुलिस पीड़िता के परिजनों को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दे रही है.