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न्यू ईयर पार्टी में सामूहिक छेड़छाड़ पर मंत्री ने महिलाओं के पहनावे को ठहराया जिम्मेदार

देश के महानगरों में शामिल बंगलुरु के पॉश इलाके में नए साल के जश्न में पार्टी करना महिलाओं को भारी पड़ा. यहां महिलाएं को छेड़खानी और भद्दी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं राज्य के गृहमंत्री ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए युवाओं के रहन-सहन के पश्चिमी तौर-तरीकों को जिम्मेदार बताकर और बड़ा बखेड़ा खड़ा कर दिया. यह हालात ऐसे वक्त में पेश आए जब इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थे.

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बंगलुरु के पॉश इलाके में नए साल के जश्न के दौरान सामूहिक छेड़छाड़
बंगलुरु के पॉश इलाके में नए साल के जश्न के दौरान सामूहिक छेड़छाड़

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देश के महानगरों में शामिल बंगलुरु के पॉश इलाके में नए साल के जश्न में पार्टी करना महिलाओं को भारी पड़ा. यहां महिलाएं को छेड़खानी और भद्दी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं राज्य के गृहमंत्री ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए युवाओं के रहन-सहन के पश्चिमी तौर-तरीकों को जिम्मेदार बताकर और बड़ा बखेड़ा खड़ा कर दिया. यह हालात ऐसे वक्त में पेश आए जब इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थे.

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम ने पुलिस की कड़ी आलोचना की और गृहमंत्री जी. परमेश्वर की टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की. राष्ट्रीय और राज्य महिला आयोग ने घटनाओं को लेकर पुलिस और प्रशासन से अलग-अलग रिपोर्ट मांगी है. पुलिस ने कहा कि वह शनिवार की रात ब्रिगेड रोड और एमजी रोड के जंक्शन पर हुई घटनाओं में शामिल आरोपियों की तलाश में जुटी है.

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प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 31 दिसंबर की रात नए साल की पार्टी के लिए यहां हजारों की संख्या में लोग जुटे थे. भीड़ नियंत्रित करने के लिए 1500 पुलिसकर्मी तैनात थे. इसके बावजूद असामाजिक तत्वों ने महिलाओं के साथ छेड़खानी की और उनपर भद्दी तथा अश्लील टिप्पणियां कीं. पार्टी में अकेले आई महिलाओं को वहां मौजूद महिला पुलिसकर्मियों की सहायता लेनी पड़ी. महिलाओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

गृहमंत्री पी. परमेश्वर ने कहा कि यह सही नहीं है. हम इसकी जांच करेंगे और ध्यान रखेंगे ऐसा दोबारा ना हो. यह देखने की जरूरत है कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किस प्रकार हो और उन्हें कैसे नियमित किया जाए. हम 10 हजार पुलिसकर्मी तैनात नहीं कर सकते. दुर्भाग्यवश, जो हो रहा है, जैसा कि मैंने कहा था, नए साल जैसे दिन पर ब्रिगेड रोड, कमर्शियल स्ट्रीट, एमजी रोड पर बड़ी संख्या में युवा जमा होते हैं.

उन्होंने कहा कि युवा जो लगभग पश्चिमी रंग में रंगे हैं. पश्चिम के लोगों की नकल करने की कोशिश करते हैं. न सिर्फ सोच-विचार में बल्कि कपड़े पहनने के तरीके में भी. मंत्री की टिप्पणी पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने कठोर प्रतिक्रिया दी. उनसे इस्तीफे की मांग करते हुए ऐसे बयान पर देश की महिलाओं से माफी मांगने को कहा. ललिता कुमारमंगलम ने कहा कि गृहमंत्री की ओर से ऐसा बयान अस्वीकार्य और खेदजनक है.

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उन्होंने कहा, 'मैं इस मंत्री से सवाल करना चाहती हूं कि क्या भारतीय पुरूष इतने गिरे हुए और कमजोर हैं कि किसी समारोह के दिन महिलाओं को पश्चिमी कपड़ों में देखकर बेकाबू हो जाते हैं. ये भारतीय पुरूष महिलाओं का सम्मान करना कब सीखेंगे. मंत्री को देश की महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए.' पुलिस का दावा है कि नववर्ष की पूर्व संध्या पर विस्तृत सुरक्षा इंतजाम किए गए थे.

पुलिक का कहना है कि 1500 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया. सीसीटीवी कैमरे लगाए गए. इनके अलावा कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस, सिटी आर्म्ड रिजर्व कर्मियों को तैनात किया गया था. निगरानी टावर बनाए गए थे. हालांकि, मौके पर बदमाशों को नियंत्रित करने के दौरान पुलिस की संख्या कम पड़ी. कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश ने कहा कि आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई का प्रयास कर रहे हैं.

 

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