पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार में एक पुलिस वाले को बुजुर्ग की बेरहमी से पिटाई करना महंगा पड़ गया. डीसीपी ने मामले में संज्ञान लेते हुए तुरंत उसे सस्पेंड कर दिया है.
पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार में बीट अफसर बलबीर यादव को 60 साल के रामप्रसाद नाम के बुजुर्ग की बेरहमी से पिटाई करना उस वक्त महंगा पड़ गया, जब बुजुर्ग के परिजन शिकायत लेकर पुलिस उपायुक्त के कार्यालय पहुंच गए. घटना मयूर विहार के यमुना खादर की है. 7 तारीख दिवाली के दिन सुबह 11 बजे जब कुछ लोग पार्क के अंदर जुआ खेल रहे थे, तभी बीट अफसर मौके पर जुआरियों को पकड़ने के लिए पहुंचा लेकिन पुलिसवाले को आते देख सभी जुआरी वहां से फरार हो गए.
बुजुर्ग रामप्रसाद किसी काम से वहां से गुजर रहा था. बीट अफसर की नजर उस पर पड़ी और उसने रामप्रसाद से जुआरियों का नाम पता पूछा. पीड़ित बुजुर्ग ने कोई जानकारी न होने की बात कर बताने से इनकार कर दिया. इस पर बीट अफसर बलबीर यादव भड़क गया और बुजुर्ग की डंडे-बेल्ट से पिटाई कर दी. बुजुर्ग की पत्नी गयावति मौके पर पहुंची और अपने पति को पुलिसवाले के चंगुल से बचाया. घर में अकेली होने के चलते रामप्रसाद की पत्नी उसे अस्पताल नहीं पहुंचा पाई.
दूसरे दिन बेटा बाहर से आया और इलाज के लिए अपने पिता को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले गया. बाद में परिजनों ने इंसाफ की गुहार पुलिस उपायुक्त से लगाई. डीसीपी पंकज ने मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए बीट अफसर बलबीर यादव को सस्पेंड कर दिया और मामले की जांच के आदेश दे दिए.