दो नेपाली महिलाओं को बंधक बनाकर उनसे रेप किए जाने के मामले में विदेश
मंत्रालय भी सक्रिय हो गया है. इस केस को लेकर सऊदी दूतावास से संपर्क करने
की तैयारी है. मामला दो अलग देशों के नागिरकों से जुड़ा है इसलिए सोच समझकर कार्रवाई की जा रही है. विदेश मंत्रालय आगे की कार्रवाई के लिए गुड़गांव पुलिस की एक विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.
गुड़गांव के एक अपार्टमेंट से मुक्त कराई गई महिलाओं का आपस में कोई रिश्ता नहीं है. इस बात का खुलासा पुलिस को मिली जानकारी के बाद हुआ है. पुलिस के मुताबिक एक महिला की उम्र 48 वर्ष है तो दूसरी की 30 वर्ष. दोनों महिलाएं नेपाल के एक ही जिले बागलुंग की रहने वाली हैं. यही जिले 25 अप्रैल के भूकंप में सर्वाधिक प्रभावित हुआ था.
दोनों नेपाली महिलाओं ने जिस सऊदी नागरिक पर रेप का आरोप लगाया है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक वह राजनयिक सऊदी दूतावास में एक प्रथम सचिव स्तर का अधिकारी है.
विदेश मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि गुड़गांव पुलिस से विस्तृत रिपोर्ट मिलने के बाद यदि यह तय हो जाता है कि प्रथम दृष्टया सऊदी राजनयिक अधिकारी इस अपराध में शामिल है और बलात्कार की पुष्टि हो जाती है. और आरोपी से पूछताछ किए जाने की आवश्यकता है तो विदेश मंत्रालय इसमें कार्रवाई करेगा.
विदेश मंत्रालय इस मामले की विस्तृत जांच के लिए सऊदी दूतावास से अनुमति के लिए संपर्क करेगा. अगर सऊदी दूतावास राजनयिक के लिए उन्मुक्ति का दावा करता है तो विदेश मंत्रालय अगला कदम उठाएगा. नहीं तो राजनयिक को फिर से पूछताछ के लिए कॉल करेगा या फिस उसे पीएनजी घोषित करने के लिए कार्रवाई करेगा.