महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए मामले में रविवार को पहली गिरफ्तारी हुई है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने मुंबई के ठाणे से संतोष शंकर जगताप को गिरफ्तार किया है. इस मामले में सीबीआई को जगताप की चार दिनों की कस्टडी मिल गई है.
जानकारी के अनुसार, केंद्रीय जांच एजेंसी ने रविवार को संतोष शंकर जगताप को अरेस्ट किया. कथित तौर पर जगताप को मिडलमैन बताया गया है.
राज्य के पूर्व गृह मंत्री देशमुख मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के सनसनीखेज आरोपों के बाद से ही मुश्किल में चल रहे हैं. हाल ही में सीबीआई ने कॉन्फिडेंशियल डॉक्युमेंट्स लीक मामले में अनिल देशमुख के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी.
केंद्रीय जांच एजेंसी देशमुख के नागपुर और मुंबई के ठिकाने पर पहुंची थी और फिर जरूरी कागजातों के लिए सर्च किया था. दो सितंबर को जांच एजेंसी ने देशमुख के वकील आनंद दागा और अपने ही सब-इस्पेक्टर अभिषेक तिवारी को भी अरेस्ट किया था.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने आजतक को बताया था, ''सीबीआई ने अपने सब-इंस्पेक्टर, नागपुर के एक वकील और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ अवैध रिश्वत सहित कुछ आरोपों पर मामला दर्ज किया है. उक्त मामले की जांच के दौरान सीबीआई ने सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है. वकील से पूछताछ की जा रही है.''
इससे पहले, बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को कथित मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के एक मामले में जारी किए गए समन के खिलाफ़ लगाई गई याचिका को खारिज कर दिया है. जस्टिस नितिन जामदार और जस्टिस एसवी कोतवाल की पीठ ने ईडी और सीबीआई को किसी भी दंडात्मक कार्रवाई को करने से रोकने की देशमुख की अपील को भी खारिज कर दिया. पीठ ने कहा था कि देशमुख अदालत में यह साबित करने में असफल रहे कि उनकी जांच करने और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाने में, दो केंद्रीय एजेंसियां दुर्भावनापूर्ण तरीके से काम कर रही थीं.