यूपी के बागपत जिले के रमाला थाना क्षेत्र के एक गांव में गैंगरेप की शिकार 8वीं कक्षा की छात्रा ने आरोपियों द्वारा इज्जत लूटने की धमकी मिलने पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. शुरुआत में इस मामले को गृह-कलह के कारण खुदकुशी बताने वाली पुलिस ने मामला तूल पकड़ता देख 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जांच शुरु कर दी है.
बागपत पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश ने इस घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में क्राइम ब्रांच प्रभारी और रमाला थाने के तत्कालीन प्रभारी शरद तिलारा को निलंबित कर दिया है. आरोपी सोनू, मोनू, रोहित, सागर और पप्पू को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. कोर्ट ने पांचों को जेल भेजने का आदेश दिया है.
एसपी ने कहा कि इस संबंध में लापरवाही बरतने के आरोप में संबंधित रमाला थाने के तत्कालीन प्रभारी शरद तिलारा को निलंबित कर उनके खिलाफ आवश्यक विभागीय कार्यवाही की जा रही है. लड़की की मां ने बताया कि गांव के एक विद्यालय में 8वीं कक्षा की छात्रा उनकी बेटी करीब चार महीने पहले पास स्थित एक दुकान से सामान लेने गई थी.
उन्होंने बताया कि 15 वर्षीय उनकी बेटी जब घर नहीं लौटी तो परिवार ने गांव के ही पांच युवकों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवाया. लेकिन पुलिस ने नामजदउ शिकायत मिलने के बावजूद कोई कार्वाई नहीं की. किशोरी की मां का कहना है कि घटना के पांच दिन बाद आरोपी किशोरी को रमाला थाने के बाहर फेंककर फरार हो गए.
होश आने पर किशोरी ने बताया कि पांच युवकों ने उसका गांव से अपहरण किया और बंद कमरे में उसके साथ गैंगरेप किया. इस घटना की स्थानीय पुलिस से शिकायत की गई. लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा आरोपियों को क्लीन चिट दे दी. 13 अक्टूबर को पीड़िता दुकान पर कुछ सामान लेने गई थी.
वहां एक बार फिर आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप करने की धमकी दी. घर आकर उसने परिवार को धमकी के बारे में बताया. इससे पहले कि परिजन घटना की सूचना पुलिस को दे पाते छात्रा ने आत्महत्या कर ली. पुलिस का तर्क है कि किशोरी के साथ पहले गैंगरेप नहीं हुआ था, इसलिए फाइनल रिपोर्ट लगाकर उसे अदालत में दाखिल किया गया.
दूसरी ओर परिजनों का दावा है कि मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई थी. किशोरी के बयान भी दर्ज हुए थे. इसके बावजूद पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाकर आरोपियों को क्लीन चिट दे दी. शनिवार को पुलिस सुरक्षा के बीच मृतका का अंतिम संस्कार किया जा सका. एसपी जयप्रकाश का कहना है कि वह पुराने मुकदमे की जांच करवा रहे हैं.