छत्तीसगढ़ के दुर्ग में वर्दी को दागदार करने वाली घटना सामने आई है. यहां जामुल इलाके में पुलिस के तीन जवानों ने एक नाबालिग को पहले डराया धमकाया और उसके साथ अश्लील हरकत करते हुए मोबाइल से फोटो खींचकर ब्लैकमेल किया. घर पहुंची नाबालिग ने परिजनों को आपबीती बताई तो वे दंग रह गए. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी जवानों के खिलाफ धारा 354, 11, 12 और पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.
जानकारी के मुताबिक, छात्रा अपने सहपाठी को ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए राशि देने उसके पास आई थी. तभी तीन आरक्षक उमेश पाण्डेय, संजय सोनी और सागर कनौजिया वहां पहुंचे. सहपाठी के कमरे का दरवाजा खुलवाया. तीनों आरक्षक अंदर घुसे और पीड़िता के सहपाठी की पिटाई कर रुपये की मांग करने लगे. छात्र को धमकाते हुए बंद कमरे में घंटे भर तक पूछताछ की गई. नाबालिग की अश्लील फोटो खींचकर ब्लैकमेल किया गया.
इसके बाद उनके पास रखे करीब 1500 रुपये छीन लिए. पीड़िता ने वहां से निकलने पर परिजनों को जानकारी दी. वे उसे लेकर जामुल थाने शिकायत करने पहुंचे. पहले तो पुलिस ने टालमटोल की, लेकिन बाद में बढ़ते दबाव और भीड़ के पहुंचने पर आला अफसर भी थाने पहुंचे. अफसरों के निर्देश के बाद पुलिस ने आरोपी जवानों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. घटना के बाद से आरोपी जवान फरार बताए जा रहे हैं. उनको निलंबित कर दिया गया है.