महाराष्ट्र में दो अलग-अलग घटनाओं के दौरान अपहरण के बाद दो नाबालिगों की हत्या कर दी गई. पुलिस के मुताबिक दोनों अपहरण फिरौती के लिए किए गए थे. इस संबंध में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है.
महाराष्ट्र पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहली घटना में, औरंगाबाद जिला से 10 वर्षीय वर्धन घोडे को सोमवार की रात तिलकनगर इलाके में उसके घर से दो व्यक्तियों ने अगवा कर लिया था. बच्चे के परिजनों ने पुलिस में लापता होने का मामला दर्ज कराया था.
अधिकारी के मुताबिक मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने अंतिम बार वर्धन के साथ दिखे तीन युवकों से पूछताछ की. उसके बाद वर्धन की मां को अज्ञात अपहरणकर्ताओं की तरफ से चिट्ठी मिली, जिसमें वे लोग उसे छोड़ने के लिए पांच करोड़ रपये की मांग कर रहे थे.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अभिलाष और उसके दोस्त श्याम मागरे ने यह स्वीकार कर लिया है कि फिरौती के लिए उसने उस बच्चे का अपहरण किया था और बाद में उसकी हत्या कर दी. औरंगाबाद के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन करने के निर्देश दिए हैं.
उधर, दूसरी घटना महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले की है. जहां श्रीगोंडा इलाके में 26 फरवरी को 17 वर्षीय अक्षय पानवकर नामक किशोर को अगवा कर लिया गया था. अपहरण की इस वारदात को पांच व्यक्तियों ने मिलकर अंजाम दिया था. जिन्होंने उसे मुक्त करने के लिए 20 लाख की फिरौती मांगी थी.
लेकिन फिरौती न मिलने की वजह से बाद में अपराधियों ने किशोर की हत्या कर दी. श्रीगोंडा पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक साहेबराव कदनूर ने बताया कि इस मामले में उन्होंने अमोल पोकारे, वैभव ओले, अजय मंधारे और दो नाबालिगों को गिरफ्तार कर लिया है.
पांचों आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है. दोनों नाबालिग आरोपियों को विशेष अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. पुलिस मामले के खुलासे का दावा कर रही है.