मिजोरम की सरकार ने 14.5 करोड़ रुपये के सोने की लूट मामला सीबीआई को सौंप दिया है. ऐसा इस वजह से कि राज्य सरकार ने इसकी जांच के लिए जिस विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था, उसे समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.
जानकारी के मुताबिक, 14 दिसंबर, 2015 को एक वाहन 14.5 करोड़ रुपये की 52 सोने की छड़ें लेकर जा रहा था. उसे आइजोल के बाहर असम राइफल्स के जवानों ने रोका था. मिजोरम पुलिस ने इस केस में असम राइफल्स की 39 वीं बटालियन के कर्नल जसजीत सिंह, आठ जवानों और चार नागरिकों को गिरफ्तार किया था.
गृह विभाग अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ललथनहवला की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की स्वीकृति के बाद मंगलवार की शाम को इस मामले को सीबीआई को सौंपने की एक वैधानिक अधिसूचना जारी की गई है. गृह मंत्री आर. लालजीरलियाना ने कहा कि एसआईटी इस मामले की जांच करने में परेशानी का सामना कर रही थी.
मंत्री ने बताया कि देश के बाहर के लोग भी इस अपराध में शामिल हो सकते हैं. हम इससे जुड़े सभी ब्यौरे का पता लगाने के लिए इस मामले की विस्तृत और सही जांच चाहते हैं. सोने की छड़ों को हो सकता है कि पड़ोसी देश म्यांमार से तस्करी करके लाया गया हो. उनका क्या होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है.
बताते चलें कि वाहन के मालिक और चालक सी. लालनुनफेला ने आइजोल के कुलीकान थाने में 21 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसके बाद मिजोरम पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी. चाह महीने बाद प्राथमिकी दर्ज कराने की वजह यह है कि असम राइफल्स के जवानों ने उसे भयंकर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी.