मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने एक विक्षिप्त महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इसके बाद लोगों ने महिला का शव जंगल में फेंक दिया. इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला का शव बरामद कर लिया. इस मामले में पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के अनुसार, यह घटना मोरवा थाने के भोष गांव की है. शनिवार की रात एक घर के बाहर बैठी एक विक्षिप्त महिला को ग्रामीणों ने बच्चा चोर समझकर पीटना शुरू कर दिया. देर तक चली पिटाई से महिला बुरी तरह घायल हो गई. इसके बाद महिला की मौत हो गई. पुलिस के डर से ग्रामीणों ने महिला के शव को जंगल में फेंक दिया.
पुलिस के अनुसार, जंगल में लहूलुहान मिली महिला की पहचान नहीं हो पाई है, जांच में पता चला है कि महिला को गांव के लोगों ने मिलकर बच्चा चोर के शक में पीटा था. थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह रघुवंशी सोमवार को बताया कि बच्चा चोरी की अफवाह फैलने के चलते भोष और बड़गड़ गांव के लोगों ने मिलकर महिला को पीटा था, जिसमें उसकी मौत हो गई.
बताते चलें कि हाल ही में राजस्थान के अलवर में मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई थी. अलवर के रामगढ़ थाना क्षेत्र के लालवंडी गांव में गो तस्करी के आरोप में कुछ गोरक्षकों ने रकबर खान नामक एक शख्स को पीट-पीटकर मार डाला था. इसके बाद के बाद पूरे देश में मॉब लिंचिंग को लेकर चर्चा हुई थी. केंद्र सरकार और राज्य सरकार भी घिर गई.
बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध रही है. आरोप है कि पुलिस ने रकबर को अस्पताल पहुंचाने की जगह बरामद गायों को पहले गौशाला पहुंचाने को तरजीह दी. यही नहीं, पुलिस ने खुद भी रकबर की पिटाई की थी. इसकी वजह से रकबर को अस्पताल पहुंचाने में तीन घंटे की देरी हुई और उसकी मौत हो गई.