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दिल्लीः पुलिस ने किया मोबाइल फोन लुटेरों का पर्दाफाश, पिस्टल भी बरामद

दिल्ली पुलिस ने मोबाइल चोरी और लूट करने वाले एक ऐसे शातिर गैंग को पकड़ा है, जो चोरी और लूट के कुछ देर बाद ही मोबाइल फोन का पैटर्न लॉक और आईईएमआई नंबर बदल देता था. इस खुलासे के बाद पुलिस गैंग के अन्य लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.

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पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मोबाइल के अलावा ये पिस्टल भी बरामद की है
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मोबाइल के अलावा ये पिस्टल भी बरामद की है

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दिल्ली पुलिस ने मोबाइल चोरी और लूट करने वाले एक ऐसे शातिर गैंग को पकड़ा है, जो चोरी और लूट के कुछ देर बाद ही मोबाइल फोन का पैटर्न लॉक और आईईएमआई नंबर बदल देता था. इस खुलासे के बाद पुलिस गैंग के अन्य लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. 

दरअसल दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को शहादरा इलाके से झपटमारी के आरोप में फुरकान नामक एक लड़के को गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक फुरकान ने फर्श बाजार में एक महिला का पर्स छीना था और फरार हो गया था. वारदात के वक्त फुरकान अकेला नहीं था बल्कि उसके साथ कुछ और बदमाश भी थे.

जब पुलिस फुरकान के साथ सख्ती से पेश आई तो उसने सुधीर और आमिर के बारे में बताया. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक पिस्टल भी बरामद की है. तीनों से पूछताछ की गई तो पता चला कि ये लोग चोरी और लूट के मोबाइल या लैपटॉप कृष्णा नगर की एक दुकान पर बेचते हैं.

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पुलिस जानकर हैरान रह गई कि उस दुकान पर चोरी के मोबाइल और लैपटॉप के आईईएमआई नंबर बदल दिए जाते हैं. पुलिस ने फौरन दुकान पर दबिश दी और वहां से 84 मोबाइल फोन बरामद कर लिए. पूछताछ में पता चला कि इन लोगों ने गफ्फार मार्केट से 42 सौ रुपये में एक सॉफ्टवेयर खरीदा था.

उस सॉफ्टवेयर की मदद से आधे घंटे में ये शातिर किसी भी फोन का आईईएमआई नंबर बदल देते थे. इतना ही नहीं उस सॉफ्टवेयर की मदद से फोन में मौजूद सारा डाटा पूरी तरह से खत्म कर दिया जाता था. ताकि पुलिस कभी भी उस फोन को ट्रैक ना कर पाए.

बाद में ये गिरोह उस फोन को आगे बेच देता था. पुलिस अब गफ्फार मार्केट के उस सॉफ्टवेयर बेचने वाले की तलाश में है, जिसने इनको इस तरह का सॉफ्टवेयर बेचा था.

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