दिल्ली का बाजितपुर गांव उस वक्त गोली की आवाजों से गूंज उठा जब स्विफ्ट गाड़ी में आए कुछ हमलावरों ने मोनू नाम के व्यक्ति पर अंधाधुंध कई राउंड गोलियां चला दीं. मोनू अपने घर से स्कूटी पर किसी काम पर जाने के लिए निकला था. उसी समय घात लगाए बैठे हमलावरों ने मोनू को घेर लिया और उस पर अंधाधुंध गोलियां चला दी.
बताया जा रहा है कि मोनू पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और कुछ ही दिन पहले जेल से बाहर आया था. जिस तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया गया उसे देखते हुए गैंगवार की आशंका जताई जा रही है. पिछले कुछ दिनों से बवाना, नरेला, अलीपुर, बुराड़ी इलाकों में गैंगवार की बढ़ती वारदातों को देखकर इस मामले को भी गैंगवार से जोड़कर देखा जा रहा है.
परिवार के मुताबिक, मोनू के साथ हुई इस वारदात को आपसी रंजिश के चलते गांव के ही कुछ लड़कों ने अंजाम दिया है. दोपहर करीब 11:30 बजे जब मोनू अपने घर से खेत के लिए निकला तभी हमलावरों ने घेर लिया और गोली चलाना शुरू कर दी. बचने के लिए वह एक घर में जा घुसा तो हमलावरों ने घर में घुस कर गोली मार दी. मोनू पर पहले भी जानलेवा हमला हो चुका है जिसमें पुलिस ने मामला तो दर्ज किया पर मामले को गंभीरता से नहीं लिया था.
इस हमले में मोनू को दो गोलियां लगी और उसे पास के ही महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. हालत बिगड़ती देख डॉक्टरों ने सरोज अस्पताल में रेफर कर दिया जहां लगातार मोनू का इलाज जारी है. फिलहाल अभी तक इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने से बचती ही नजर आ रही है. पुलिस अब इस मामले की जांच में जुटी हुई है.